राज्यसभा में सोमवार को हुई बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने किसानों की आत्महत्या और कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुई घटनाओं को लेकर विपक्ष को आड़े हाथों लिया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “छेड़ोगे तो छोडूंगा नहीं।” चौहान ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस विभिन्न राज्यों में सत्ता में थी, तब किसानों की दुर्दशा और आत्महत्याओं के लिए वही जिम्मेदार थी।
किसानों की आत्महत्या पर बहस
कांग्रेस द्वारा किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर सवाल उठाए जाने पर चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी सरकार के दौरान किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया था। उन्होंने कहा, “किसानों की आत्महत्याएं आज की समस्या नहीं हैं। जब कांग्रेस अलग-अलग राज्यों में सत्ता में थी, तब किसान मारे गए थे।”
शिवराज सिंह चौहान का बयान
शिवराज सिंह चौहान ने जोर देकर कहा, “अगर कांग्रेस किसानों की स्थिति को लेकर गंभीर होती, तो अपने शासनकाल में उन्होंने किसानों के लिए उचित कदम उठाए होते।” उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिए काम किया है और आगे भी करती रहेगी।
कांग्रेस शासन के दौरान किसानों की हत्याएं
राज्यसभा में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के शासनकाल में हुए कई किसान गोलीकांडों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1986 में बिहार में कांग्रेस सरकार के दौरान गोलीबारी में 23 किसान मारे गए थे। 1988 में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर दिल्ली में गोलीकांड हुआ, जिसमें दो किसान मारे गए थे। उसी साल मेरठ में भी किसानों पर गोलीबारी हुई, जिसमें पांच किसान मारे गए। 23 अगस्त 1995 को हरियाणा में कांग्रेस सरकार ने किसानों पर गोली चलाई, जिसमें छह किसानों की जान गई। इसके बाद 19 जनवरी 1998 को मध्य प्रदेश के मुलताई में कांग्रेस शासन के दौरान गोलीबारी में 24 किसान मारे गए थे। चौहान ने इन घटनाओं को उजागर करते हुए कांग्रेस पर किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज करने और उनकी जान की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया।
किसानों के लिए योजना
राज्यसभा में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजना नहीं बनाई। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनाई है और इससे छोटे किसानों को 6,000 रुपये की सीधी मदद मिलती है। इससे किसान आत्मनिर्भर, सशक्त और सम्मानित हुए हैं। चौहान ने कांग्रेस पर किसानों के सम्मान को न समझने का आरोप लगाया।
कांग्रेस की प्राथमिकता नहीं हैं किसान
राज्यसभा में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि मंत्री बनने के बाद उन्होंने सभी प्रधानमंत्रियों के 15 अगस्त के भाषण पढ़े। उन्हें यह देखकर दुख हुआ कि इनमें किसानों की बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1947 से 1960 तक के किसी भी भाषण में किसानों का जिक्र नहीं किया, जो दिखाता है कि कांग्रेस की प्राथमिकता किसान नहीं थे।