UP Ghaziabad News: स्वाट टीम और पुलिस की जांबाज़ी ने पकड़ा 50,000 का ईनामी शातिर लुटेरा
SWAT team and police's bravery caught a vicious robber with a reward of Rs 50,000
UP Ghaziabad News: गाजियाबाद के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल पैदा करने वाले 50,000 रुपये के ईनामी लुटेरे को आखिरकार पुलिस की सूझबूझ और कड़ी मेहनत के बाद धर दबोचा गया। स्वाट टीम ग्रामीण जोन, थाना मुरादनगर और थाना मधुबन बापूधाम पुलिस की जांबाज़ी से आरोपी जितेन्द्र उर्फ रवि उर्फ विजय को पंजाब के गुरुदासपुर से गिरफ्तार किया गया है। इस दुर्दांत अपराधी के कब्जे से 10 कुंडल, पीली धातु के टॉप्स, वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल और 2320 रुपये बरामद किए गए हैं।
दिल्ली-एनसीआर के दिलेर लुटेरे का खूंखार खेल:
पंजाब का निवासी, यह शातिर लुटेरा गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में अपनी खतरनाक हरकतों से ग्रामीणों के बीच खौफ का सबब बन चुका था। बीते 30 सितंबर को आरोपी ने वादी की माता के कानों से कुंडल झपट लिए थे, और 2 अक्टूबर को तमंचे के बल पर खेत जा रही एक महिला से बालियां छीन कर भाग गया था।
पुलिस की कारगर रणनीति और गहरी पकड़:
पुलिस ने इन घटनाओं का पर्दाफाश करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया और सर्विलांस तथा तकनीकी तरीकों का सहारा लिया। आरोपी बेहद चालाकी से 400 किलोमीटर दूर पंजाब भाग जाता था और वहां से लौटकर फिर लूट की वारदातों को अंजाम देता था। लेकिन पुलिस की सटीक जानकारी और मंसूबों को भांपते हुए आखिरकार उसे पंजाब के गुरुदासपुर में धर दबोचा गया।
लूट का माल और फरेब का खेल:
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह गाजियाबाद के नंद ग्राम क्षेत्र में किराए पर रहकर लूटपाट करता था। उसने अपने लूटे हुए कुंडल और टॉप्स लुधियाना के सुनारों को बेच दिए थे। इन पैसों से उसने नई मोटरसाइकिल खरीदी थी और बार-बार इसकी नंबर प्लेट बदलकर नई वारदातों को अंजाम देता था।
कानून के शिकंजे में शातिर अपराधी:
इस खतरनाक लुटेरे के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज थे। थाना निवाडी, मुरादनगर और मधुबन बापूधाम में भी यह वांछित था। पुलिस के लिए यह गिरफ्तारी एक बड़ी जीत है क्योंकि आरोपी का अपराध का नेटवर्क काफी दूर-दूर तक फैला हुआ था। गाजियाबाद की धरती पर अपराध की छाया फैलाने वाले इस दुर्दांत अपराधी की गिरफ्तारी से ग्रामीणों में राहत की सांस आई है। पुलिस की इस ऐतिहासिक सफलता ने एक बड़े खतरे को समाप्त कर दिया है, जिससे जिले में शांति की वापसी हुई है।