Ag-Tech Start-Up Summit 2024: मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह ने होटल ताज में एग-टेक स्टार्ट-अप समिट-2024 में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट फ़ॉर एगटेक को लांच किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि, उत्तर प्रदेश सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए कृषि का पावर हाउस है। हमारे पास 75 प्रतिशत तक कृषि योग्य भूमि है। हमने समय के साथ सीखा है कि कृषि को प्रभावित करने वाली दो महत्वपूर्ण चीजें हैं, पहला वेदर और दूसरा प्राइसिंग। किसानों और कृषि को इन दोनों से राहत दिलाने में आईएफसी और विश्व बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि, हम एक ऐसे युग में हैं जहां टेक्नोलॉजी और डिजिटल का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। इसका उपयोग बड़े बदलाव के लिए महत्वपूर्ण है। कृषि विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत एक-दो वर्षों से इस इनीशिएटिव को आगे बढ़ाया है। इसमें किसानों के जीवन के साथ-साथ कृषि में सकारात्मक बदलाव करने की क्षमता है। इसमें एगटेक मददगार होगा, जो देश का नंबर वन स्टार्ट अप है। यह किसानों की तमाम तरह की समस्याओं का समाधान करेगा, जैसे क्रेडिट की एक्सेस, उनकी फसलों की स्थिति में प्रगति, उनकी उत्पादकता में वृद्धि और उत्पादन की बिक्री में मददगार होगा।
उन्होंने कहा कि, प्रत्येक किसान को उसके उत्पादन की अधिक से अधिक कीमत मिले, इसे ध्यान में रखते हुए हमारा प्रयास है कि हर संभव अवसर का लाभ उठाया जाए। प्रदेश में पहली बार एग्रीकल्चर सेक्टर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए गूगल और आईएफसी के साथ मिलकर संयुक्त प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। इससे किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक ही मंच पर सभी जरूरी चीजें उपलब्ध होंगी।
इस दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका गर्ग ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के विजन के अनुरूप किसानों की आय को दोगुना करने का प्रयास किया जा रहा है। एग्रीस्टैक के साथ डिजिटल कृषि में क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है जो एक क्रांतिकारी अवधारणा है। भारत सरकार ने डिजिटल कृषि को लेकर सॉइल हेल्थ टेस्टिंग समेत कई प्रस्तावों की घोषणा की है। इसको देखते हुए हम प्राइवेट सेक्टर के साथ और अधिकर साझेदारी पर फोकस कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश पहले ही वास्तव में यूपीटीए इससे दो कदम आगे बढ़कर अगले वर्ष उत्पादन, उत्पादकता और अन्य मानकों पर कार्य कर रहा है। इसी क्रम आईएफसी के साथ बहुत महत्वपूर्ण सेक्टर में काम करने का अवसर मिल रहा है।
आईएफसी की कंट्री मैनेजर भारत एवं मालदीव सुश्री वेंडी वर्नर ने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य कर रहा है और इसमें काफी पोटेंशियल है। हम उत्तर प्रदेश में मिलकर काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निजी क्षेत्र नवीन समाधानों के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन सके।
उल्लेखनीय है कि, इस सम्मेलन का उद्देश्य कृषि को आधुनिक बनाने वाली पहलों को प्रदर्शित करना तथा राज्य में कृषि के भविष्य पर चर्चा करना है। उल्लेखनीय है कि एग-टेक स्टार्ट-अप समिट एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जिसमें देश भर के 25 से अधिक एग टेक, नीति निर्माताओं, निवेशकों, शिक्षाविदों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों जैसे पारिस्थितिकी तंत्र निर्माताओं के साथ मिलकर कृषि आय और स्थिरता बढ़ाने के लिए अनुकूलित प्रौद्योगिकियों और समाधानों के बारे में जानेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव मत्स्य विभाग श्री के. रवीन्द्र नायक, सचिव कृषि श्री अनुराग यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।