Amarnath Yatra 2024: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने शुक्रवार 28 जून को अमरनाथ यात्रा (Pilgrimage to Amarnaath) पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई। इस साल पवित्र अमरनाथ गुफा (Holy Amarnath Cave) की यात्रा 52 दिनों तक चलेगी। भजन-कीर्तन के बीच 4,603 तीर्थयात्रियों का जत्था दो सुरक्षा काफिलों में यहां भगवती नगर यात्री निवास (Bhagwati Nagar Yatri Niwas) से रवाना हुआ। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (Director General of police) आर.आर. स्वैन (R.R. Swain) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कुल 1,933 तीर्थयात्री उत्तरी कश्मीर (North Kashmir) के बालटाल मार्ग (Baltal Rout) से यात्रा कर रहे हैं, जबकि 2,670 तीर्थयात्री दक्षिणी कश्मीर (South Kashmir) के नुनवान (Nunwan) (पहलगाम) बेस कैंप (Pahalgam Base Camp) से यात्रा कर रहे हैं। तीर्थयात्रियों में 3,631 पुरुष, 711 महिलाएं, नौ बच्चे, 237 साधु और 15 साध्वियां शामिल हैं। पहला सुरक्षा काफिला सुबह 5.45 बजे बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि दूसरा काफिला सुबह 6.20 बजे नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।
तीर्थयात्री पवित्र गुफा तक या तो 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग या 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से पहुँचते हैं। पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुँचने में चार दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले उसी दिन प्रार्थना करने के बाद वापस लौट आते हैं।
इस साल 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन यानी सावन की पूर्णिमा को समाप्त होगी। यात्रा को सुचारू और निर्बाध बनाने के लिए तीर्थयात्रा मार्गों, दोनों आधार शिविरों और मंदिर पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं (Helicopter Services) भी उपलब्ध हैं।