Uttarakhand Madmaheshwar Dham News: मदमहेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्डतोड़ इजाफा, तीर्थाटन और रोजगार को मिला बढ़ावा
उत्तराखंड (Uttarakhand) मदमहेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड बढ़ा, मदमहेश्वर धाम (Madmaheshwar Dham) में हर साल तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। जहां 2023 में 12,882 श्रद्धालु पहुंचे थे, वहीं इस साल यह संख्या 19,877 तक पहुंच गई। यानी पिछले साल के मुकाबले लगभग 7,000 अधिक श्रद्धालु (Devotees) इस बार धाम पहुंचे।
Number of devotees increased in Madmaheshwar Dham: उत्तराखंड के द्वितीय केदार बाबा मदमहेश्वर धाम में इस साल तीर्थयात्रियों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है। इस साल 19,877 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे न केवल तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए मौके मिल रहे हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि
मदमहेश्वर धाम में हर साल तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। जहां 2023 में 12,882 श्रद्धालु पहुंचे थे, वहीं इस साल यह संख्या 19,877 तक पहुंच गई। यानी पिछले साल के मुकाबले लगभग 7,000 अधिक श्रद्धालु इस बार धाम पहुंचे।
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कोरोना महामारी के दौरान 2020 और 2021 में तीर्थयात्रियों की संख्या बहुत कम हो गई थी, लेकिन उसके बाद 2022 से श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली। 2012 में, जब आपदा से पहले यात्रा सामान्य थी, तब पूरे सीजन में करीब 2,000 श्रद्धालु आते थे। आपदा के बाद यह संख्या घटकर 500 से 4,000 के बीच रह गई थी। लेकिन अब, खासकर 2022 के बाद से यात्रा में तेज़ी आई है।
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स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी हुआ फायदा
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से न केवल मंदिर समिति की आय बढ़ी है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों और लोगों को भी फायदा हुआ है। दुकानदारों, होटल वालों, गाइड और घोड़ा-खच्चर सेवाओं से जुड़े लोगों को अब ज्यादा काम मिल रहा है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिला है, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है। पंचकेदार में पांच प्रमुख मंदिर आते हैं—केदारनाथ (प्रथम), मदमहेश्वर (द्वितीय), तुंगनाथ (तृतीय), रुद्रनाथ (चतुर्थ), और कल्पेश्वर (पंचम)। इनमें से केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ रुद्रप्रयाग जिले में हैं, जबकि रुद्रनाथ और कल्पेश्वर चमोली जिले में स्थित हैं।
इस साल यात्रा में खास बातें
20 मई को मदमहेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले गए थे। यात्रा के पहले ही दिन से श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि देखने को मिली, और पैदल मार्ग पर चहल-पहल बढ़ गई। जिला प्रशासन और बदरी-केदार मंदिर समिति ने इस बार यात्रा की सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए।
टीर्थाटन से पर्यटन को भी बढ़ावा
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है। पर्यटक अब यहाँ आकर न केवल धार्मिक यात्रा करते हैं, बल्कि पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद लेते हैं। इससे होमस्टे, होटल और रेस्तरां जैसी सेवाओं की मांग बढ़ी है।
भक्तों की आस्था में निरंतर वृद्धि
बाबा मदमहेश्वर के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था लगातार बढ़ रही है। जहां पहले कुछ ही श्रद्धालु इस धाम में आते थे, अब हजारों की संख्या में लोग यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं। यह धाम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है।
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