Hathras Satsang Case: भगदड़ में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कुचलकर मौत हो गई। प्रताप की मां जैनमती देवी, उम्र 70 साल, भाभी राजकुमारी, उम्र 42 साल और भतीजी भूमि, उम्र 9 साल, सभी सत्संग में शामिल होने गए थे। भगदड़ के बाद से तीनों लापता हो गए थे। तीनों लोगों के शव आगरा, अलीगढ़ और हाथरस के अस्पतालों में अलग-अलग जगहों पर पाए गए।
हाथरस के सोखना गांव में रहने वाले 31 वर्षीय प्रताप सुबह ही दिहाड़ी मजदूर के तौर पर अपनी नौकरी के लिए निकल गए थे। दोपहर करीब तीन बजे फोन की घंटी बजी और जैसे ही उन्होंने फोन उठाया, उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बदहवास होकर वह फुलराई गांव में चल रहे बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग स्थल की तरफ भागे। हादसे में उनकी मां, भाभी और भतीजी की मौत हो गई। और तीनों की बॉडी 3 अलग-अलग जिलों में मिली।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सामने आ रही कहानियां रुला देने वाली हैं। एक ही परिवार के 3 सदस्यों की भगदड़ में कुचलकर मौत हो गई। प्रताप की 70 वर्षीय मां जैनमती देवी, 42 वर्षीय भाभी राजकुमारी और 9 वर्षीय भतीजी भूमि सभी सत्संग में शामिल होने गए थे। भगदड़ के बाद से तीनों गायब हो गए थे। तीनों लोगों के शव आगरा, अलीगढ़ और हाथरस के अस्पतालों में अलग-अलग जगहों पर मिले।
भगदड़ के दौरान प्रताप के परिवार के तीन सदस्य बिखर गए और जब तक परिवार वालों को उनके बारे में पता चला, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। तीनों की बॉडी तीन अलग जगहों पर ले जाई गईं। प्रताप ने बताया, ‘मैं सड़क से लेकर हाइवे और अस्पतालों तक दौड़ रहा था। मुझे कुछ नहीं पता चल पा रहा था। डॉक्टर और अस्पताल के अन्य स्टाफ से मैं परिवार के लोगों के बारे में पूछ रहा था।’
उन्होंने बताया कि रात में उन्हें गांव के ही किसी व्यक्ति ने फोन करके बताया कि उनकी मां की फोटो व्हाट्सएप पर आई है। वह आगरा के अस्पताल में हैं। फिर पता चला कि एक सरकारी ऐम्बुलेंस उनकी बॉडी को लेकर आ रही है। धीरे-धीरे पता चला कि भाभी की लाश हाथरस में और भतीजी भूमि की लाश अलीगढ़ में मिली है।
आपको बता दें हाथरस में मंगलवार को हुए हादसे में 121 लोगों की मौत हो गई। मारे गए श्रद्धालुओं में उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के साथ ही 3 अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी शामिल हैं। इनमें मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के श्रद्धालु शामिल हैं। इन सभी मृतकों के परिजन को योगी सरकार सहायता राशि प्रदान करेगी। जिला प्रशासन द्वारा जारी मृतकों की सूची में 6 मृतक अन्य राज्यों से है।
सीएम योगी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। हादसे की न्यायिक जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) हैं।