लखीमपुर खीरी: जिले के तराई में मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों से भटक कर आया एक बाघ यहां नदी के पानी के तेज बहाव में बह गया। किसी तरह से वन विभाग की टीम ने राहत एवं बचाव आपरेशन चलाकर बाघ को बड़ी मुश्किल से उसे नदी से निकालकर उसकी जान बचाई।
जानकारी के मुताबिक दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों से निकलकर एक बाघ जिले से सटी घाघरा नदी में बहता दिखाई दिया। नदी में बाघ को बहता देख कर ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही आनन-फानन में मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करके बड़ी मुश्किल से उसकी जान बचाई। राहत एवं बचाव अभियान के दौरान वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे से उस पर निंरतर नजर रखती रही।
दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया है कि नदी में बाघ बहने की सूचना मिलने पर दुधवा टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कतरनिया घाट के डीएफओ आकाशदीप वधावन ने ड्रोन कैमरे से नदी में फंसे बाग का पहले जायजा लिया और इसके बाद उन्होंने बाघ के रेस्क्यू की कोशिश शुरु कर दी। उन्होंने पानी का बहाव तेज देखकर सिंचाई विभाग से संपर्क कर संबंधित नदी के बैराज के गेट को बंद करवाया, जिसके बाद पानी का बहाव कम होने पर बाघ को पानी से निकलकर जंगल में छोड़ दिया गया । फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बाघ को बचाने के लिए स्थानीय निवासी वन विभाग की टीम के साथ-साथ मीडिया के सहयोग को लेकर आभार जताया है।