Hathras Hadsa: ‘अंधभक्तों’ की देश में कमी नहीं, मौतों का जिम्मेदार जनता या बाबा?
‘अंधभक्तों’ की देश में कमी नहीं, मौतों का जिम्मेदार जनता या बाबा?
Hathras Hadsa: पुलिस का बर्खास्त सिपाही कैसे बन गया करोड़ों के साम्राज्य का मालिक। बाबा साकार हरि के पास कहां से आया इतना पैसा। पटियाली के छोटे से गांव से निकलकर कैसे बन गया बाबा। ये वो सवाल हैं, जो हर किसी के ज़हन में हैं.. ये वो सवाल हैं खोड़ा से निकलकर सूट-बूट पहनने वाले कथित बाबा को लेकर उठ रहे हैं।
बाबा के महिमामंडन की कोई कमी नहीं है। दावा है कि बाबा के इस आश्रम में हर दिन 12 हज़ार से ज्यादा भक्त पहुंचते हैं. बाबा के कुछ करीबी लोगों का दावा है कि उसका साम्राज्य सिर्फ हाथरस-मैनपुरी तक नहीं है.. बल्कि देश के कई राज्य़ों में उसके भक्त फैले हुए हैं।
कथित बाबा साकार हरि लंबे-चौड़े काफिले के साथ चलता है.. उसके साथ गाड़ियों की एक पूरी फौज चलती है.. लेकिन वो मीडिया और कैमरों से दूरी बनाकर रखता है। बाबा का साम्राज्य सिर्फ मैनपुरी और उसके आसपास ही नहीं है.. बल्कि नोएडा में भी उसकी आलीशान कोठी है.. हालांकि यहां किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। सूरजपाल उर्फ साकार हरि के बारे में एक और दिलचस्प जानकारी ये है कि वो आम संतों की तरह बाबा नहीं है.. वो भगवा नहीं पहनता.. बल्कि सूट-बूट में रहता है। साकार हरि कोट-पैंट के साथ टाई पहनता है.. उसके सूट-बूट का रंग भी हमेशा सफेद होता है…सिर पर सफेद टोपी के साथ ही रंगीन चश्मा और सिंहासन उसकी खास पहचान है। उसके सत्संग में उसकी पत्नी भी हमेशा साथ में रहती है।
इस बाबा के बारे में एक खास बात ये भी है कि ये सोशल मीडिया से दूर रहता है.. इसके पीछे उसका तर्क है कि वो सांसरिक मोह-माया से दूर रहना चाहता है.. हालांकि कुछ लोग ये भी कहते हैं कि बाबा के अधिकतर भक्त अनपढ़ और दबे-कुचले वर्ग के लोग होते हैं, वो उस पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं.. इसलिए वो इस तरह के प्रपंच रचता है।