T20 World Cup Semi Final Schedule: सेमीफाइनल मे इन 4 टीमों का टिकट हुआ पक्का, जानें किस किस की होगी टक्कर
These 4 teams' tickets are confirmed in the semi-finals, know who will compete with them
T20 World Cup Semi Final Schedule: T20 World cup 2024 के सुपर 8 के मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर अंतिम 4 का टिकट पक्का कर लिया है। अब टीम इंडिया लगातार दूसरी बार इंग्लैंड के साथ सेमीफाइनल खेलेगी। इससे पहले 2022 में भी टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड से हुआ था, जहां अंग्रेजों ने 10 विकेट से हराकर भारत का सफर समाप्त कर दिया था। अब दोनों टीमें एक बार फिर से T20 World cup के सेमीफाइनल में आमने सामने होंगी।
T-20 वर्ल्ड कप 2024 की TOP-4 टीम आखिरकार मिल चुकी है। साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, अफगानिस्तान के साथ साथ टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली चौथी टीम बन गई। ग्रुप 1 के सेमीफाइनल में दूसरे स्थान के लिए मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। एक स्थान के लिए तीन टीमों ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ बेहद करीबी मुकाबले में अफगानिस्तान ने जीत हासिल की और ऑस्ट्रेलिया और बांग्ला टाइगर्स की उम्मीदों को तोड़ दिया। ऐसे में अब सेमीफाइनल की तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है। आइए जानते हैं कि इस हफ्ते होने वाले 2 सेमीफाइनल मैच कब और कहां खेले जाएगे।
कब और कहां होगा मुकाबला?
27 जून को भारतीय समयानुसार सुबह 6 बजे दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच ट्रिनिडाड के ब्रायन लारा स्टेडियम में पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इसी दिन रात 8 बजे दूसरे सेमीफाइनल में भारत और इंग्लैंड आमने-सामने होंगे। ये मैच प्रोविडेंस, गुयाना में होगा।2022 में हुए पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में भी भारत की टक्कर सेमीफाइनल से हुई थी। तब अंग्रेजों ने एडिलेड ओवल में खेले गए उस एकतरफा मैच में 10 विकेट से मैदान मारते हुए भारत को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था।
सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनकर रचा अफगानिस्तान ने इतिहास
अफगानिस्तान ने डकवर्थ लुईस शैली के मैच में बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनकर इतिहास रच दिया और कठिनाई से जीत तक के अपने सफर की कहानी में एक सुनहरा अध्याय लिख दिया। जैसे ही नवीनुल हक ने 18वें ओवर की चौथी गेंद पर तस्कीन अहमद का विकेट लिया, उनके साथी खिलाड़ियों से लेकर स्टेडियम में मौजूद समर्थकों तक की आंखें भर आई। कैरेबियाई सरजमीं से काबुल तक क्रिकेटप्रेमियों को भावविभोर करने वाली इस उपलब्धि का कयास क्रिकेट पंडित भी नहीं लगा सके थे। राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध की विभीषिका झेलने वाले देश की ऐसी टीम ने यह कारनामा कर दिखाया, जिसके पास अभ्यास के लिए खुद का मैदान तक नहीं है।