UP Lakhimpur Kheeri: आतंक का पर्याय बना बाघ, एक महीने में चार लोगों की हुई मौत, कई घायल
Tiger became synonymous with terror, four people died and many injured in a month
UP Lakhimpur Kheeri News: लखीमपुर खीरी में आदमखोर टाइगर को पकड़ने के लिए लगाये गए 24 कैमरे और चार पिंजड़े। उस क्षेत्र में टाइगर की हुई मूमेंट की निगरानी ड्रोन से भी की जा रही है।
आप को बता दे कि, लखीमपुर खीरी जिले में इन दिनों दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल से भटककर बाहर निकले बाघ और तेंदुओं ने जंगल के आसपास के दर्जनों गांवों में गन्ने के खेतों में अपना शरण लेकर आतंक मचा रहे है। जिससे अगस्त महीने के अंदर ही बाघ के हमले में चार लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो चुके हैं।
बीती 27 अगस्त को हैदराबाद थाना क्षेत्र के इमलिया गांव के रहने वाले करीब 45 वर्षीय अमरीश कुमार गन्ना बांधने के लिए खेत गया था, तभी वहां घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला कर दिया और उसे घसीट ले गया। जिसके बाद उनका क्षत विक्षत शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ है। अमरीश की मौत से गांव में आक्रोश फैल गया और आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया था। मौके पर पहुंचे विधायक अमन गिरी, डीएफओ संजय कुमार बिश्वाल व सीओ ने लोगों को समझा बूझाकर मामले को शांत कराया था। वहीं वन मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना भी गांव पहुंचे थे और उन्होंने बाघ को पकड़ने के निर्देश दिए। साथ ही जंगल की फेंसिंग करने की भी बात कही है।
डीएफओ दक्षिण खीरी संजय कुमार बिश्वाल ने बताया कि, बाघ को पकड़ने के लिए 4 पिंजरे लगाए गए हैं। साथ ही 24 कैमरे से भी बाघ की निगरानी की जा रही है। वहीं ग्रामीणों से शाम के वक्त में खेतों में अकेले न जाने की अपील की गई है। आज घटना स्थल पर वन विभाग के रेंजर सहित एक दर्जन वन विभाग के कर्मचारी बाघ को पकड़ने में लगे हुए है।