सीवान (बिहार) । बिहार राज्य में शराब बंदी की पोल एक बार फिर से खुल गयी है। सीवान जनपद के एक गांव में अवैध व जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 6 लोग बीमार हो गये। इस मामले में प्रशासन ने 10 लोगों गिरफ्तार किया है।
सीवान के थाना लकड़ी नवीगंज के गांव बाला में हुई। यहां पर रविवार की रात को गांव के करीब एक दर्जन लोगों ने शराब पी थी। ग्रामीणों ने अवैध कच्ची शराब क्षेत्र में सक्रिय शराब माफियों के गुर्गों से खरीदी थी। इस अवैध शराब के पीने से नरेश बिन की मौत गांव बाला में ही हो गयी थी।
गांव बाला निवासी जनक बिन, राजेश रावत और सुरेन्द्र मांझी की मौत पटना ले जाते हुए रास्ते में ही हो गयी। इनके अलावा अवैध शराब पीने से शंकर मांझी, जितेन्द्र मांझी, राजू मांझी, दुलम रावत, सुरेन्द्र रावत औऱ मुन्ना मांझी बीमार हो गये। इन सबको उपचाक के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है। चिकित्सकों ने इनकी हालत गंभीर व स्थिर बतायी है।
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सीवान के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे को जैसे ही शराब पीने से चार लोगों की मौत होने का पता चला। वे रात में ही बाला गांव पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होने पुलिस अधीक्षक को आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिया। पुलिस ने अवैध खराब पीने व खरीदने के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि दिसंबर, 2022 में छपरा जिले में अवैध शराब पीने से 70 लोगों की मौत हो गयी थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ने पर अवैध शराब फैक्ट्रियों के खिलाफ अभियान चलाया था। पुलिस ने आधा दर्जन फैक्ट्रियों को पकड़कर कर दर्जनों लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी। लेकिन शराब बंदी के बावजूद राज्य में अवैध शराब निर्माण जारी है। इससे नीतीश सरकारी की असफलता प्रचार किया जा रहा है।