नई दिल्ली: भारत देश के लिए कल बेहद ही खास और ऐतिहासिक दिन था. पीएम मोदी ने कल INS Vikrant और भारतीय नौसेना के नए झंडे को लॉन्च किया. बता दें कि आईएनएस विक्रांत पहला स्वदेशी विमान वाहक है. इसमें आईएनएस विक्रांत सबसे गौरव की बात रहा.
इस खास मौके पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS Vikrant के लांच पर देश को बधाई दी. वहीं रूस में चीन के साथ मिलिट्री ऑपरेशन में भारतीय सेना के शामिल होने पर कड़ी आपत्ति भी जताई.
उन्होंने प्रेसवार्ता के एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ 50 हजार भारतीय सैनिक लद्दाख में चीन का सामना कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय सेना रूस में चीन के साथ सैन्य अभ्यास कर रही है. पीएम मोदी को इसका जवाब देना चाहिए. ओवैसी ने ये भी कहा कि लद्दाख की सीमा पर चीन की फौज बैठी हुई है और हम रूस में चीन के साथ मिलिट्री ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं?
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असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आईएनएस विक्रांत लॉन्च हो चुका है ऐसे में अब हमें तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर के बारे में सोचना चाहिए लेकिन पीएम मोदी इसकी इजाजत नहीं देंगे. इसकी वजह यह है कि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. भारत के पास पैसा ही नहीं है. हमें 200 लहाजों की जरूरत है लेकिन हमारे पास केवल 130 हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि एक तरफ भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर कहते हैं कि जब तक चीन के साथ सीमा विवाद नहीं सुलझ जाता तब तक दोनों देशों के संबंध नहीं होंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह कौन-सी देशभक्ति है? यह कौन-सी विदेश नीति है?