हवन, पूजा, वैदिक मंत्रोच्चार के बाद प्रधान मंत्री मोदी ने नए संसद भवन को देश को समर्पित कर दिया है। इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन भव्य तरीके से किया गया है। तो वहीं देश की नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद कुछ विपक्षी दलों की तरफ से अलग अलग प्रतिक्रियाएं भी दी गई है। जिसमें कई लोगों ने नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है तो कोई उसे देश का कलंक बता रहा है। तो आइए बतातें हैं अब तक कि किन नेताओं ने क्या ट्विट किया है।
सीएम का ट्वीट
तो सबसे पहले शुरूआत करते हैं यूपी के सीएम आदित्यनाथ से उन्होंने ने ट्वीट कर कहा कि ये एक भारतीय लोकतंत्र का ऐतिहासकि क्षण है और नया स्वर्णिम अध्याय रचा गया। संसद भवन भारत की आशाओं, अपेक्षाओं की पूर्ती का प्रतीक कहा है। साथ ही सीएम ने पवित्र सेंगोल को भारत के न्याय, निष्पक्षता संप्रभुता का सामर्थ बताया।
राष्ट्रीय जनता दल RJD की ओर से नए संसद भवन को लेकर एक ट्वीट किया गया है जिसमें ताबूत की फोटो ते साथ कैप्शन किया गया है। उसके साथ लिखा है ये क्या है?
वही बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने लिखा कि ये आरजेडी की सियायत के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। पूनावाला के ट्वीट में लिखा गया है कि वे इस घिनौने स्तर तक गिर गए हैं। भारतीय प्रणाली में त्रिकोण या त्रिभुज का बहुत महत्व है। वैसे ताबूत हेक्सागोनल या 6 भुजाओं वाला बहुभुज हैं
आरजेडी ने दी सफाई
बीजेपी के हमलावार के बाद आरजेडी ने सफाई भी पेश की है। RJD नेता शिवशक्ति सिंह ने कहा क अपनी पार्टी द्वारा नई संसद की बराबरी एक ताबूत की गई है इसे देश कतई स्वीकार नही कर सकता है, संसद लोकतंत्र का मंदिर है और यह चर्चा करने की जगह है।
ट्वीट….
स्वामीप्रसाद भी नही रहे पीछे
रामचरित मानस पर दिए विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य भला कैसे पीछे रह सकते हैं। उन्होंने ट्वीव में कहा कि सेंगोल की स्थापन पूजन केवल दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राहम्ण गुरूओ को बुलाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। बीजेपी सरकार को सभी धर्म गुरूओं को आंमत्रित करना चाहिए था।
सपा नेता स्वामी के बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि इसमें सपा के ब्राह्मणवाद के आरोप हास्यास्पद हैं। इनमें अज्ञानता की बू है।