लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होने कहा कि संबंधित शिक्षा अधिकारी ऑनलाइन व स्मार्टक्लास के लिए प्रभावी विषय वस्तु तैयार करें। शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधारों दम पर उन्होने उत्तर प्रदेश को पूरे देश के लिए रोल मॉडल बनाये जाने पर जोर दिया।
इस बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि स्कूलों के कायाकल्प अभियान में जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं, राजपत्रित अधिकारियों, विद्यालयों के पूर्व छात्रों का सहयोग लिया जाए। कायाकल्प अभियान को सफले बनाने के लिए जनसहभागिता बढ़ायी जाए। यदि कोई व्यक्ति विद्यालय में अपने पूर्वज की याद में भवन, उद्यान, लैब, पुस्तकालय निर्माण या फर्नीचर आदि दान देकर योगदान करना चाहे तो उसका स्वागत होना चाहिए। उन्होने कहा कि विद्यालयों में आधारभूत संरचना, शिक्षा और स्वच्छता को लेकर विद्यालयों में एक दूसरे से बेहतर बनने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने निर्देश दिया कि विद्यालयों में पीने का शुद्ध पानी, डेस्क बेंच हो, दिव्याङ्ग मैत्रिक शौचालय, बिजली जैसे 19 मानकों के माध्यम से कायाकल्प अभियान तेजी से आगे बढ़ाये और हर हाल में 30 जून तक सभी विद्यालयों में पीने के पानी की व्यवस्था की जाय। जिन विद्यालयों में बिजली की सुविधा नहीं है, उन्हें सोलर पैनेल से जोड़ा जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि विद्यालयों में विद्यार्थियों को पढाई के साथ-साथ समय समय पर हाथ धोने, स्कूल परिसर की साफ सफाई, सैनिटेशन का ज्ञान देना भी ज़रूरी है। उन्हें वाल पेंटिंग, संवाद, प्रतियोगिता आदि के माध्यम से बच्चों को स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाए। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सभी परिषदीय विद्यालयों में बच्चों द्वारा वृक्षारोपण कर उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाए।