UP Ghaziabad News:’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के मूल मंत्र का उपहास, शिक्षा से वंचित की मासूम बेटी, गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने ठोकी आवाज़
Mockery of the basic mantra of 'Beti Bachao Beti Padhao', innocent daughter deprived of education, Ghaziabad Parents Association raised voice
UP Ghaziabad News: एक ओर जहां देश के बड़े मंचों से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का शंखनाद हो रहा है, वहीं गाजियाबाद के शास्त्रीनगर स्थित प्रतिष्ठित उत्तम स्कूल फॉर गर्ल्स ने इस नारे को ठेंगा दिखाते हुए आरटीई के तहत चयनित मासूम छात्रा की टीसी काटकर उसे शिक्षा के उजाले से वंचित कर दिया। यह घटनाक्रम शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 की मूल भावना पर गहरी चोट के समान है।
यह प्रकरण अमित कुमार की पुत्री लावण्या से जुड़ा है, जो अनुसूचित जाति वर्ग से ताल्लुक रखती है। शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए लावण्या का चयन ‘निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम’ की धारा 12(1)(ग) के अंतर्गत उत्तम स्कूल फॉर गर्ल्स में हुआ था। किंतु, शिक्षा सत्र 2024-25 में स्कूल प्रबंधन ने एकाएक उसकी टीसी काटकर शिक्षा का द्वार उसके लिए बंद कर दिया। इस अन्याय ने न केवल लावण्या के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया, बल्कि उसके माता-पिता को भी गहरे मानसिक आघात से गुजरना पड़ा।
लावण्या के पिता अमित कुमार का कहना है कि वे अनुसूचित जाति से आते हैं, इसी कारण उनकी बेटी को शिक्षा से वंचित किया गया। यह मामला एक गंभीर सामाजिक विषमता को दर्शाता है, जिसमें शिक्षा का मौलिक अधिकार ही कटघरे में खड़ा हो गया है।
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी और सचिव अनिल सिंह ने इस अमानवीय कृत्य का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं बाल आयोग सहित उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। सीमा त्यागी ने कहा, “उत्तम स्कूल द्वारा आरटीई अधिनियम का उल्लंघन कर छात्रा की टीसी काटना एक जघन्य अपराध है। हमने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की है कि लावण्या का पुनः दाखिला सुनिश्चित किया जाए और स्कूल प्रबंधन पर नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए।” इस विरोध के मौके पर अनिल सिंह, अमित कुमार, धर्मेंद्र, नीलम कुमारी, कोमल, विपिन, विवेक त्यागी आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।