UP Saharanpur News: कंपनी बाग सहारनपुर में लगा 300 साल पुराना साइकिल का वृक्ष
UP Saharanpur news: सहारनपुर नगर निगम ने शहरवासियों के लिए अहम कदम उठाया है। शहर में कंपनी बाग समेत सभी सरकारी भवन परिसर में लगे सौ वर्षों से अधिक पुराने वृक्षों को विरासत वृक्ष घोषित किया जाएगा। नगरायुक्त संजय चौहान ने महानगर के लोगों से आह्वान किया है कि वो अपने आस-पास या अपनी जानकारी के प्राचीन वृक्षों के चित्रों को जियो टैग कर उनका विवरण नगर निगम के व्हाट्सएप नंबर (what’s app number) पर भेजें ताकि उन्हें संरक्षित किया जा सके। उन्होंने निगम के उद्यान विभाग को भी पंद्रह दिन के भीतर इसका सर्वे कराने के निर्देश दिए। नगरायुक्त ने शहर में नगर वाटिकाएं विकसित कर उनका सौंदर्यीकरण करने का भी सुझाव दिया।
नगरायुक्त संजय चौहान ने आज यानी 7 जून को निगम के उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ इस सम्बंध में बैठक कर विचार मंथन किया और विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में वरिष्ठ उद्यान प्रभारी/अपर नगरायुक्त मृत्युंजय, सहायक नगरायुक्त शिवराज सिंह, कम्पनी बाग की उप निदेशक अभिलाषा श्रीवास्तव, वन विभाग से एसडीओ सम्वेदना चौहान आदि मौजूद रहे। कम्पनी बाग अधिकारियों ने बताया कि कंपनी बाग में दस प्राचीन वृक्ष है, इनमें तीन सौ साल पुराना वृक्ष भी है। नगरायुक्त ने इन सभी वृक्षों को विरासत वृक्ष बताते हुए कहा कि महानगर में एक सर्वे कर ऐसे और वृक्षों को खोजा जाए। उन्होंने इन विरासत वृक्षों को संरक्षित करने के लिए उनके चारो ओर सुंदर चबूतरे बनाकर ग्रिल लगाने और उन पर फसाड लाईट व सोलर लाईट लगाकर उन्हें हाईलाइट करने पर जोर दिया।
नगरायुक्त संजय चौहान ने कहा कि वृक्षारोपण केवल संख्या बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि शहर की आवश्यकता को देखते हुए कहां-कहां, कौन सा वृक्ष लगाना है, और वहां कितने पौधे लगाये जा सकते है जो देखरेख के साथ पनप सके, इसे ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने वृक्षारोपण के साथ वृक्षों को संरक्षित करने पर भी बल दिया। उन्होंने वरिष्ठ उद्यान प्रभारी से एक टीम बनाकर सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर वृक्ष का चयन करने के साथ ही उस वृक्ष के पास एक शिलापट लगाकर उसका मानव जीवन तथा पर्यावरण संतुलन में योगदान, उस वृक्ष का वैज्ञानिक व प्रचलित नाम आदि पूरा विवरण लिखा जाए। उन्होंने शहर के लोगों से भी आह्वान किया कि वे अपने आस-पास या महानगर में अपनी जानकारी के प्राचीन वृक्षों के चित्रों को जियो टैग कर उनका विवरण नगर निगम के व्ट्सऐप नंबर 8477008027 पर भेजें ताकि उन्हें संरक्षित करने का कार्य किया जा सके।
नगरायुक्त ने एक ग्रीन हैरीटेज टैगल विकसित करने का भी सुझाव दिया। जिसमें विभिन्न प्रजातियों के अलग-अलग सैकड़ों वृक्ष लगाकर प्रत्येक वृक्ष का नाम व विवरण उनके पास लिखा जाएं। उन्होंने कहा कि यह ग्रीन हैरीटेज टैगल जहां शहर के लिए ऑक्सीजन बैंक का काम करेगा वहीं वनस्पति विज्ञान के छात्रों के लिए भी बहुत उपयोगी होगा। नगरायुक्त ने शहर में नगर वाटिकाएं विकसित करने का सुझाव देने के साथ ही पांवधोई के उद्गम स्थल शंकलापुरी में भी दो हजार पौधे लगाने को कहा।