Uttarakhand Jail: उत्तराखंड में 500 से अधिक कैदी लापता, पुलिस ने शुरू की सख्त कार्रवाई, इनाम घोषित करने की तैयारी
Uttarakhand Jail: More than 500 prisoners missing in Uttarakhand, police started strict action, preparing to declare reward
uttarakhand jail: उत्तराखंड में पैरोल और अंतरिम जमानत पर जेल से रिहा किए गए कैदियों की बड़ी संख्या अब पुलिस और जेल विभाग के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है। कोरोना काल के दौरान पैरोल पर छूटे सैकड़ों कैदी अब तक जेल में वापस नहीं लौटे हैं, जिससे राज्य में कानून व्यवस्था के सामने एक कठिनाई खड़ी हो गई है। जेल विभाग इस मामले में कड़े कदम उठा रहा है, और पुलिस भी सक्रिय हो चुकी है।
अब पुलिस ऐसे कैदियों की सूची तैयार कर रही है, जो सभी प्रयासों के बावजूद न तो जेल में वापस लौटे हैं और न ही पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। खास बात यह है कि पुलिस विभाग अब इन फरार कैदियों पर इनाम घोषित करने की भी तैयारी कर रहा है, ताकि इनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो सके।
500 से अधिक कैदी लापता, पैरोल पर छूटे कैदी नहीं लौटे
उत्तराखंड में पैरोल और अंतरिम जमानत पर छोड़े गए कैदियों की बड़ी संख्या ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। आईजी जेल विमला गुंज्याल ने जानकारी दी कि कोरोना काल के दौरान पैरोल पर छोड़े गए 81 कैदी ब तक जेल में वापस नहीं लौटे हैं। इसके अलावा, अंतरिम जमानत पर छोड़े गए 512 कैदियों ने भी समय सीमा समाप्त होने के बाद जेल में सरेंडर नहीं किया है।
यह आंकड़ा राज्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, क्योंकि ये फरार कैदी समाज के लिए खतरा बन सकते हैं। पुलिस अब इन सभी कैदियों की खोजबीन में लगी हुई है, लेकिन कई कैदी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिससे यह मामला और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।
पुलिस और जेल विभाग हरकत में, इनाम की तैयारी
उत्तराखंड पुलिस अब इस मामले में सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है। आईजी कानून व्यवस्था निलेश आनंद भरणे ने बताया कि जिन कैदियों को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है, उन पर इनाम घोषित किया जाएगा। पुलिस विभाग द्वारा इन कैदियों को पकड़ने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन फरार कैदियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए रणनीति बनाई जा रही है, ताकि राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।
इससे पहले, जेल विभाग ने इस मामले में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया था, लेकिन अब पुलिस विभाग ने इसे लेकर अपने प्रयासों को सामने लाया है। पुलिस और जेल विभाग मिलकर इन फरार कैदियों की धरपकड़ के लिए सभी जिलों में सघन अभियान चला रहे हैं।
शासन ने दिया त्वरित कार्रवाई का आदेश
इस मामले को देखते हुए राज्य शासन ने भी जेल विभाग और पुलिस मुख्यालय से त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सबसे ज्यादा चिंता उन कैदियों को लेकर है, जिन्हें कोरोना महामारी के दौरान पैरोल पर छोड़ा गया था और जो अब तक जेल में लौटकर नहीं आए हैं। शासन का मानना है कि ये कैदी समाज में एक बड़ी समस्या बन सकते हैं, और इन्हें जल्द से जल्द वापस जेल में लाना आवश्यक है।
शासन ने जेल विभाग और पुलिस को निर्देश दिया है कि इन कैदियों की धरपकड़ के लिए संपूर्ण राज्य में एक व्यापक अभियान चलाया जाए, जिसमें पुलिस और जेल विभाग की संयुक्त टीमों को लगाया जाए। इसके अलावा, जिन कैदियों पर इनाम घोषित किया जाएगा, उनकी सूची सार्वजनिक की जाएगी, ताकि आम जनता भी पुलिस को सहयोग कर सके।
कैदियों की बढ़ती संख्या, सुरक्षा के लिए चुनौती
जेल विभाग और पुलिस के सामने यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर कैदियों का गायब होना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है। इन फरार कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखना मुश्किल हो गया है, और कई मामलों में इन कैदियों के अपराध में फिर से लिप्त होने की आशंका है।
पुलिस और जेल विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ये कैदी अगर समाज में अपराध कर रहे हैं, तो यह राज्य के लिए एक गंभीर सुरक्षा संकट हो सकता है। इसीलिए इन कैदियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी आवश्यक है।