उत्तराखंड समाज कल्याण मंत्रीः 500 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले पर भड़के चंदन रामदास
समाज कल्याण मंत्री का कहना है कि उन्हें पता चला है कि 50 साल की उम्र के लोग भी वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं। दरअसल पिछले 10 साल इस योजना का कोई मूल्यांकन नहीं हुआ है। इसी का फायदा उठाकर गड़बड़ घोटाला किया जा रहा है। वे इस सारे मामले की जांच कराएंगे।
देहरादून। उत्तराखंड के समाज कल्याण मंत्री चंदन रामदास 500 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले पर काफी भड़के हुए हैं। उन्होने कहा कि अब अफसर ही बताएं कि उन्हें किस जेल में डाला जाए। एक अधिकारी पहले की तीन बार जेल जा चुका है।
चंदन रामदास सहायक समाज कल्याण अधिकारियों की प्रांतीय अधिवेशन के अफसरों की भाषणबाजी से खफा हैं। शनिवार को हुए इस अधिवेशन में अधिकारियों ने कहा था कि छात्रवृत्ति घोटाले के लिए अधिकारी जिम्मेदार नहीं। इसके लिए इसका लाभ उठाने वाले जिम्मेदार हैं।
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समाज कल्याण मंत्री का कहना है कि उन्हें पता चला है कि 50 साल की उम्र के लोग भी वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं। दरअसल पिछले 10 साल इस योजना का कोई मूल्यांकन नहीं हुआ है। इसी का फायदा उठाकर गड़बड़ घोटाला किया जा रहा है। वे इस सारे मामले की जांच कराएंगे।
इसके लिए 17 नवंबर से एक विशेष अभियान चलाकर जांच की जाएगी। समाज कल्याण मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत तीन साल में केवल 10 फीसदी राशि ही खर्च हो सकी है। इतनी धीमी से विकास कार्य होगा तो फिर नयी राशि कैसे रिलीज होगी। उन्होने अधिकारियों की सुस्ती पर अफसोस जताया।