Uttrakhand Forest Fire: कई दिनों से पूरा उत्तर भारत भयंकर गर्मी और लू से परेशान है। गर्मी इतनी अधिक है कि दिन में पारा 45 पार पहुंच जा रहा है। बता दें कि अत्यधिक गर्मी से उत्तर भारत का अहम राज्य उत्तराखंड भी अछूता नहीं है। उत्तराखंड में तो हालत और भी अधिक नाज़ुक है। उत्तराखंड के पहाड़ धू-धू कर धधक रहे हैं। उत्तराखंड (Uttarakhand) के दोनों ही मंडल गढ़वाल और कुमाऊं इससे प्रभावित हो रहे हैं। कहीं-कहीं तो आग इतनी सुलग रही है कि लोगों के घर, खेत तक पहुंच जा रही है।
ताजा मामला जिला उत्तरकाशी(Uttarakashi) का है जहां बुधवार रात को वन प्रभाग और अपर यमुना (Yamuna) वन प्रभाग में भीषण आग(Fire) लग गई थी। जिसके बाद फॉरेस्ट विभाग, SDRF और NDRF की टीम ने मिलकर आग पर काबू पाया। पहाड़ों में लग रही जंगलो की आग(ForestFire) अब वन्य जीवों के अस्तित्व पर भी खतरा बन रही है। मौके पर आई टीम ने रात भर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
बीते दिनों में पहाड़ों पर आग की घटनाएं सामने आ रही हैं जिससे वन विभाग के लाखों की वन संपत्ति का नुकसान हो रहा है। वरुणावत- गूफायारा एरिया में गंगा और यमुना (Ganga-Yammuna) के जंगलों (Forest) में एक साथ आग(Fire) फैलने से स्थानीय निवासी(Local people) और तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जंगल में आग(Forest Fire) से निकल रहे धुएं से आसपास के इलाकों में धुधुयें की चादर छा गई है। जिससे पूरे इलाके में गर्मी भी बढ़ गई है।
स्थानीय लोगों के द्वारा जंगल में आग(ForestFire) लगने की सूचना रेंज अधिकारी बाडाघाट को दी है। सूचना मिलते ही वन विभाग के 12 कर्मियों के साथ-साथ 5 एसडीआरएफ, 16 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम, आपदा प्रबंधन /QRT टीम मौके पर पहुंची और रात भर भारी मशक्कत के बाद टीम ने आग पर पूरी तरह काबू पाया ।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगे वरुणावर्त की पहाड़ी में भी आग तेजी से फैल रही है। बेकाबू आग पर फॉरेस्ट (Forest) और एनडीआरएफ(NDRF) की टीम का काबू पाने का प्रयास असफ़ल होता चला गया।
कुमाऊं के नैनीताल(Nainital)में कैंची धाम मंदिर के आसपास चीड़ के जंगल में भीषण आग लग रही है। आग लगातार तेज हवा के साथ फैल रही है।चीड़ के जंगल होंने की वजह से आग पर काबू पाना थोड़ा मुश्किल होता जा रहा है । आग लगने (Fire incident ) से राज्य की अमूल्य वन संपत्ति को नुकसान हो रहा है।
उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल मंडल में नरेंद्र नगर, उत्तरकाशी, मसूरी, कोटद्वार, टिहरी गढ़वाल, गोपेश्वर, रूद्रप्रयाग जैसे कई क्षेत्रों के जंगल आग की चपेट में चुके हैं। इनमें से कुछ जगहों पर आग पर काबू भी पा लिया गया है। जबकि कुछ जगहों पर आग अभी भी धधक रही है। कुमाऊं मंडल में सबसे अधिक आग पिथौरागढ़(Pithoragarh) में लगी है जहां फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा,नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर जैसे जिलों के कई जंगलजंगल के क्षेत्र भी आग की चपेट में आए है । जिनमें से बागेश्वर और चंपावत के जंगलों के क्षेत्र में आग पर काबू पा लिया गया है। वहींउत्तराखंड वन विभाग के मुताबिक, आग लगने से 749.6375 रिजर्व फॉरेस्ट एरिया (हेक्टेयर) प्रभावित हुआ है।