इटालियन लक्ज़री ब्रांड प्राडा ने अपने स्प्रिंग-समर 2026 कलेक्शन में कोल्हापुरी स्टाइल की चप्पल पेश की.
ये वही चप्पलें हैं, जिनकी जड़ें 12वीं-13वीं सदी के महाराष्ट्र के कोल्हापुर से जुड़ी हैं.
ये परंपरागत चमड़े की चप्पलें अपनी कारीगरी और टिकाऊपन के लिए मशहूर हैं.
लेकिन प्राडा ने इनका भारतीय मूल कहीं नहीं बताया, जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई.
लोगों ने इसे भारतीय परंपरा की अनदेखी और 'फैशन व्हाइटवॉशिंग' करार दिया.
इससे पहले भी वेस्टर्न ब्रांड भारतीय दुपट्टों को 'स्कैंडिनेवियन स्कार्फ' और साड़ियों को 'गाउन' बताकर बेचते रहे हैं.