गर्म पानी की सिकाई। पेट के निचले हिस्से में गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड से हल्की सिकाई करें। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन कम होती है।
सिकाई से मिलेगी तुरंत राहत
पीरियड्स के दौरान अदरक और कच्ची हल्दी की चाय पीना बेहद फायदेमंद होता है। इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाने से इसका स्वाद भी बेहतर होता है और शरीर को गर्मी मिलती है।
नेचुरल चाय से पाएँ सुकून
गर्म सरसों या नारियल तेल से पेट के निचले हिस्से, कमर, पीठ, पिंडलियों और पैरों की मसाज करें। मसाज करने से रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है।
गर्म तेल की मसाज है कारगर उपाय
पीरियड्स के दौरान बालासन, तितली आसन और सुप्त बद्धकोणासन जैसे योगासन मांसपेशियों को आराम देते हैं और तनाव कम करते हैं।
योग और स्ट्रेचिंग करें
हार्मोनल बदलाव के कारण पीरियड्स में मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन आम समस्या है। ऐसे में डार्क चॉकलेट खाना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें मौजूद मैग्नीशियम मूड बूस्ट करता है और दर्द को भी कम करता है।
मूड स्विंग से निपटने के उपाय