यहूदी कौन हैं, जानिए कैसे अपनी ही मातृभूमि से बेदखल किए गए थे
नई दिल्ली: तकनीकी रूप से पूरी दुनिया में वर्तमान समय में यहूदी कौम सबसे आगे है। महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन से लेकर गूगल के संस्थापक सर्गी ब्रिन और लैरी पेज के साथ-साथ फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग तक यहूदी कौम के लोगों ने आधुनिक दुनिया को तकनीकी रूप से मजबूत किया है।
साल 1948 में पूरी दुनिया से यहूदी आकर इजरायल में बसने लगे। करीब 2000 साल बाद यहूदी अपनी मातृभूमि पर लौट रहे थे। इसके बाद चारों तरफ से दुश्मनों से घिरने के बावजूद इनका सामना करके धीरे-धीरे यहूदियों ने अपने आप को विकसित बना लिया। मौजूदा समय में दुनिया का एकमात्र यहूदी देश इजरायल है।
यहूदी धर्म की उत्पति
यहूदी धर्म 4000 हजार साल पुराना माना जाता है। दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक यहूदी धर्म ईसाई और इस्लाम धर्म से भी पुराना है। इस धर्म को मानने वाले लोग एक ईश्वर को मानते हैं। इनकी धार्मिक भाषा हिब्रू और धार्मिक ग्रंथ तनख है जो हिब्रू भाषा में लिखी गई है।
यहूदी धर्म के जनक
यहूदी धर्म का संस्थापक पैगंबर अब्राहम को माना जाता है। जो ईसा से 2000 साल पहले जन्मे थे। उनके दो बेटे थे, पहले का नाम इसहाक और दूसरे का नाम इस्माईल था। पैगंबर अब्राहम के पोते का नाम हजरत याकूब था। याकूब का ही दूसरा नाम इजरायल था।
इजरायल देश का निर्माण
पैगंबर अब्राहम के पोते याकूब ने ही यहूदियों की 12 जातियों को मिलाकर इजरायल राष्ट्र बनाया था। याकूब के एक बेटे का नाम यहूदा था। यहूदा के नाम पर ही उसके वंशज यहूदी कहलाए और उनका धर्म यहूदी धर्म कहलाया।
अपनी ही मातृभूमि से बेदखल हुए यहूदी
आज से करीब ढ़ाई हजार साल पहले अपने ऊपर हुए अत्याचारों के कारण यहूदी इजरायल छोड़कर पूरी दुनिया में शरण लेने लगे। इस क्रम में यहूदी भारत में भी शरण लेने के लिए आए थे। वहीं जब इजरायल एक फिर अस्तित्व में आया तब भारत के यहूदी नागरिक इजरायल गए थे।