नई दिल्ली: बिहार में ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध (Agnipath Scheme Protest) तेज हो गया है। देश के कई हिस्से में प्रदर्शन शुरु हो गया है। मगर बिहार में प्रदर्शन उग्र रुप ले चुका है। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली- हावड़ा मुख्य रेल लाइन के बक्सर और आरा स्टेशनों पर जमकर तोड़फोड़ हुई है और रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है।
विरोध की यह कड़ी भागलपुर से बक्सर तक देखने को मिल रही है। कई जगह ट्रेनों में आग लगा दी गई है, तो आरा में ट्रेन पर पथराव से कई यात्री भी जख्मी हो गए हैं। मोतिहारी, सिवान, छपरा, जहानाबाद, अरवल, नवादा, पटना, मुजफ्फरपुर, कैमूर सहित बिहार के कई शहरों में पिछले दो दिनों से विरोध हो रहा है । युवाओं का कहना है कि सरकार को सेना में भर्ती, वेतन और पेंशन के लिए पुरानी प्रक्रिया को ही जारी रखा जाना चाहिए।
गुरुवार को पटना – गया रेलखंड, पटना-पीडीडीयू रेलखंड, गया- किउल रेलखंड, छपरा- सिवान रेलखंड पर युवाओं ने ट्रेन परिचालन पर लगभग ठप्प रहा ।
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बता दें कि बुधवार की शाम गया में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के काफिले पर पर भी प्रदर्शनकारियों ने हंगामे के दौरान पथराव किया गया था। गुरुवार को नवादा में विधायक की गाड़ी पर उपद्रवियों ने पथराव किया। गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। उग्र प्रदर्शन के कारण पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस, काशी-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक-कामख्या एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों के पहिया रुक गया, अलग -अलग स्टेशनों पर इन ट्रेनों को घंटों रोकना पड़ा है। बुधवार यानि कल पटना, भागलपुर, बक्सर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय समेत और भी कई शहरों में हंगामा हुआ था।