किशनगंज(बिहार): किशनगंज पुलिस ने पिछले सप्ताह एमजीएम मेडिकल कालेज में कार्यरत पप्पू गुप्ता की हत्या में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में केस दर्ज कराने वाली मृतक की पत्नी ही कातिलों की हमराज व मद्दगार निकली।
पुलिस का दावा है कि मृतक की पत्नी अपने देवर को दिल दे बैठी थी, इसलिए उसने अवैध संबंधों में बाधा बनने पर पति का खात्मा करा दिया। मृतक की पत्नी व भाई ने ही सुपारी देकर पप्पू गुप्ता की हत्या करायी थी। पति की हत्या में गिरफ्तार महिला भी उसी मेडिकल कालेज में नर्सिंग की तीसरे वर्ष की छात्रा थी, जिसमें उसका पति काम करता था।
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एमजीएम मेडिकल कालेज में कार्यरत पप्पू गुप्ता की 26 जुलाई को ड्यूटी समाप्त करके घर जाते समय रास्ते में अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी, जिसकी अस्पताल में मौत हो गयी थी। इस मामले में पप्पू की पत्नी प्रीति गुप्ता ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी। प्रीति गुप्ता एमजीएम मेडिकल कालेज में नर्सिंग की तीसरे साल की छात्रा थी। पुलिस का कहना है कि प्रीति के नैन अपने देवर राजू से लड़ गये थे। काफी समय से दोनों के बीच अवैध संबंध थे, लेकिन पप्पू दोनों के खुलकर मिलने जुलने में बाधा बना हुआ था।
इस पर प्रीति ने राजू के साथ मिलकर पप्पू को रास्ते से हटाने के लिए एक लाख रुपये में उसकी हत्या करने की सुपारी दे दी। इन दोनों ने नवगछिया के गोपालपुर में रहने वाले शूटर सूरज को 20 हजार रुपये एडवांस दिये थे। सूरज ने अपने साथियों के साथ मिलकर पप्पू को गोली मारी थी। पुलिस ने मृतक की पत्नी प्रीति, देवर राजू व शूटर सूरज को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस एक अन्य शूटर की तलाश कर रही है।