अहमदाबाद (रवि मेघवाल): अहमदाबाद साइबर क्राइम के डीसीपी अमित वसावा ने कहा कि नूपुर शर्मा द्वारा इस्लाम के पैगम्बर के खिलाफ की गयी टिप्पणी के बाद मलेशिया और इंडोनेशिया ने दुनिया के ज्यादातर मुस्लिम हैकर्स को भड़काकर भारत के खिलाफ साइबर युद्ध की घोषणा कर दी, जिससे कई भारतीय वेबसाइट और नेटवर्क हैक हो गए हैं।
साइबर क्राइम इंटर्न और इंजीनियरिंग छात्रों के मार्गदर्शन से इंडोनेशियाई ने 100 और मलेशियाई ने 70 भारतीय वेबसाइटों की तकनीकी खामियां या बग खोजे गए, जिनसे भारत सरकार को भारी नुकसान हो सकता है। इस साइबर युद्ध को देखते हुए नेशनल क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन सेन्टर (NCIIPC) ने भारत सरकार की लगभग 80 सरकारी वेबसाइटों को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए।
डीसीपी अमित वसावा ने बताया कि हैकर द्वारा किसी वेबसाइट को नष्ट करने या डेटा चोरी करने के लिए ये बग देशों की सरकारों की अनुमति से पाए गए हैं और उन्हें सबूत के साथ रिपोर्ट किया गया है, जिनमें कुछ त्रुटियां जटिल थीं। बग वाली वेबसाइट में सरकार, शैक्षणिक संस्थान, उद्योग आदि के कई महत्वपूर्ण मंत्रालय शामिल हैं। हालांकि, हैकर समूह ने साइबर युद्ध में योगदान के लिए मलेशियाई राष्ट्रीय साइबर समन्वय और कमांड सेंटर को धन्यवाद दिया। हमारी टीम ड्रैगन फोर्स मलेशिया के हैकर्स और गरुड़ इंडोनेशिया के हैकटिविस्ट दोनों की पहचान करने के लिए अपनी तकनीकी क्षमताओं का भी उपयोग कर रही है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि 80 भारतीय वेबसाइटों में साइबर को भी मिली खामियां हैं। साइबर क्राइम टीम ने 80 से अधिक भारत सरकार की वेबसाइटों में कई कमजोरियों की पहचान की है और उन्हें पीएमओ के तहत राष्ट्रीय महत्वपूर्ण सूचना अवसंरचना संरक्षण केंद्र (NCIIPC) को रिपोर्ट किया है।
मलेशिया की ड्रैगन फोर्स और इंडोनेशिया के गरुड़ हैकटिविस्ट ने दुनिया भर के मुस्लिम हैकरों से भारत और भारतीय लोगों के खिलाफ साइबर युद्ध शुरू करने का आह्वान किया। ऐसे हैकर समूहों के बीच साइबर युद्ध शुरू करने की ऐसी कॉल सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से फैली हुई थीं। जिसका पता साइबर क्राइम ने भी लगाया है। कुछ सरकारी वेबसाइटों से नुपुर शर्मा का पता, ईमेल आईडी, संपर्क नंबर आदि का विवरण लीक हो गया था।
मलेशिया ग्रुप ने हैक की 2 हजार वेबसाइट, पासपोर्ट, आधार-पैन कार्ड भी लीक
मलेशिया के ड्रैगन फोर्सिथ और इंडोनेशिया के गरुड़ हैक्टिविस्टों ने 2,000 से अधिक भारतीय वेबसाइटों को हैक करने का दावा किया है। इनमें सरकारी विभाग, शैक्षणिक संस्थान, व्यवसाय और उद्योग शामिल हैं। ऐसी वेबसाइटों से गोपनीय डेटा लीक किया गया है। जिसमें सरकारी फाइलें और डेटा, कुछ लोगों के आधार कार्ड, कुछ नागरिकों के पैन कार्ड और पासपोर्ट विवरण, आंध्र प्रदेश पुलिस कर्मियों का विवरण, डीटीवी का डेटा लीक हुआ है।