नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड प्रकरण से जुडे मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को दूसरे दिन भी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के समक्ष पेश हुए, जहां फिर से तमाम सवालों का सामना करना पडा। आज भी राहुल से ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर की निगरानी में तीन अधिकारियों ने पूछताछ की। राहुल गांधी से पीएमएलए (प्रिवेंशन आफ मनी- लॉड्रिंग एक्ट) की धारा 50 के तहत उनके द्वारा दिये गये सभी जवाबों को दर्ज किया गया।
ईडी के सूत्रों का कहना है कि सोमवार को आठ घंटे तक हुए सवाल-जवाब में वे कई बार असहज हुए और ईडी के अधिकारी उनके द्वारा दिये गये जवाबों से संतुष्ट नहीं हुए। उम्मीद जतायी गयी है कि फिर से नये सवालों से साथ राहुल से कल वाले सवाल भी दोहराये गये।
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राहुल गांधी आज भी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के समक्ष पेश होने से पूर्व अपने घर से निकलकर सीधे अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे। वहां राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई बड़े कांग्रेस नेता मौजूद थे। राहुल ने सभी से मुलाकात कर कुछ बातचीत की और इसके बाद अपने काफिले के साथ प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के लिए रवाना हुए। इस दौरान रणदीप सुरजेवाला, हरीश रावत, भूपेश बघेल, अधीर रंजन जैसे दिग्गजों सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने धारा 144 लागू होने के बावजूद ईडी उनके साथ जाने का प्रयास किया तो पुलिस ने इन सबको हिरासत में ले लिया।
इसके साथ ही जो कांग्रेस नेता हिरासत में नहीं लिये गये वे वहीं पर धरने पर बैठ गये। इस दौरान कांग्रेसी पुलिस से भी उलझते नजर आये। दरअसल कांग्रेस ईडी पर दवाब बनाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस नेताओं की हर कोशिश बेकार साबित हो रही है। दूसरी तरफ गांधी परिवार के चाटुकार नेता एकजुटता दिखाकर पार्टी में राहुल गांधी को सोनिया गांधी के बाद दूसरा बडा नेता बताने की कोशिश है, ताकि फिर से सर्वसम्मति से राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सके।