नई दिल्ली: रक्षाबंधन का शुभ त्योहार आने वाला है.रक्षाबंधन का फेस्टिवलभाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल सावन की पूर्णिमा तिथि को यह पर्व मनाया जाता है. इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं. भाई से अपनी रक्षा का वचन भी लेती है. इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगी.
इसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. पूर्णिमा तिथि अगले दिन 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगी. इसी अवधि में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा. ज्योतिषियों का कहना है कि इस साल रक्षा बंधन का पर्व चार शुभ योगों के साथ आएगा. रक्षाबंधन पर शुभ योग के साथ-साथ कुछ मुहुर्त भी होंगे. इन मुर्हुतों में भाई को राखी बांधने से सब कुछ शुभ-शुभ ही होता है. इस दिन सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त होगा. फिर दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा.
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वहीं, 6:23 से 6:47 तक गोधूलि मुहुर्त, शाम 06:36 से 07:42 तक सायाह्न संध्या मुहूर्त और शाम 06:55 से 08:20 तक अमृत काल मुहूर्त रहेगा. रक्षा बंधन के त्योहार में भद्राकाल में भाई को राखी बांधने से बचना चाहिए.
इस बार रक्षाबंधन में 4 शुभ योग आ रहे है. 10 अगस्त को शाम 7 बजकर 35 मिनट से 11 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 31 मिनट तक आयुष्मान योग रहेगा. 11 अगस्त को सुबह 05 बजकर 30 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक रवि योग रहेगा. फिर दोपहर 3 बजकर 32 मिनट से अगले दिन 12 अगस्त को सुबह 11 बजकर 33 मिनट तक सौभाग्य योग रहने वाला है. इस दिन घनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग भी होगा.