नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा में चल रहे मानसून सत्र के दौरान सदन का कार्रवाई में हंगामा और शोर शराबा करके व्यवधान उत्पन्न करने पर निलंबित हुए विपक्षी सांसदों का संसद भवन परिसर में धरना जारी है। अनुशासनहीन व्यवहार होने के बावजूद वे अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे किसी कीमत पर माफी नहीं मांगेंगे। निलंबित सांसदों के अड़ियल रवैये और अर्मयादित व्यवहार के लेकर आम जनता भी उनकी आलोचना कर रही है।
बता दें कि इस सप्ताह अब तक लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा करने वाले 24 सांसदों को इस पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जा चुका है। इनमें आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह को राज्यसभा से बुधवार को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद वे निलंबित सांसदों के साथ संसद भवन परिसर में धरने पर बैठे हैं।
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धरने पर उनका साथ देने वालों में निलंबित सांसद माणिक टैगोर, ज्योति मणि, टीएन प्रतापन, राम्या हरिदास डोला सेन, वी. शिवदासन, ए.ए. रहीम, मौसम नूर, डा. शांतनु सेन, नदीमुल हक़, बीएल. यादव, कनिमोझी, शांता क्षेत्री, सुष्मिता देव, गिरिराजन, अबीर विश्वास, एस. कल्याण सुंदरम, एनआर एलनगो, एम षणमुगम, एनवीएम सोमू, आरसी वदीराजू, डीए दिवाकोंडा, संतोष कुमार आदि शामिल हैं।