नई दिल्ली: अमेरिका की सीआईए (सेंट्रल इंटेलिजैंस एजेंसी) ने ड्रोन स्ट्राइक व हेल कुख्यात आतंकवादी संगठन अलकायदा चीफ अल जवाहिरी को ढेर करने का दावा किया है। जवाहिरी के साथ दो और लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने फिलहाल अल जवाहिरी के ही मारे जाने की पुष्टि की है। जवाहिरी पर 25 मिलियन डालर का ईनाम था। अमेरिका ने इससे पहसे इसी तरह 2 मई, 2011 को एयर स्ट्राइक करके पाकिस्तान में छिपे आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।
अमेरिकी के संस्थान के निदेशक चाल्स लिस्टर ने दावा किया है कि काबुल के जिस घर में अल जवाहिरी को मार गिराया गया है, वह घर पाकिस्तान के मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी का है, जो पाकिस्तान दूतावास के पास ही था। हक्कानी आंतकवाद को पोषित करने वाली पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (इंटर स्टेट सर्विस) के जुड़ा है। इससे जवाहिरी के पाकिस्तान से सीधे तार जुड़ने के साफ संकेत मिलते हैं।
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उधर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट करके कहा कि जवाहिरी को मरवाने में पाकिस्तान का हाथ है। ओसाबा भी पाकिस्तान में मारा गया था, जबकि जवाहिरी भी पाकिस्तान के गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी का काबुल स्थित घर में मारा गया। तालिबान को संदेह है कि जवाहिरी के मारे जाने में पाकिस्तान की भूमिका हो सकती है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जवाहिरी को मारकर हमने 9/11 का बदला ले लिया है। उन्होने कहा कि जो भी अमेरिका के लिए खतरा बनेगा, उसे हम नहीं छोड़ेंगे। अमेरिका की जवाहिरी को ढेर करने के लिए एयर स्ट्राइक भारतीय समय के अनुसार रविवार को सुबह करीब सवा छह बजे की गयी थी। हालांकि तालिबान सरकार ने अमेरिका द्वारा जवाहिरी को मारने के लिए ड्रोन स्ट्राइक व हेल फायर मिसाइल हमले की निंदा करते हुए इसे दोहा समझौते का खुला उल्लंघन बताया है।
अलकायदा चीफ अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद चर्चा है कि अलकायदा का नया चीफ सैफ-अल-अदल को बनाया जा सकता है। अमेरिकी की जांच एजेंसी एफबीआई ने भी अपनी लिस्ट अपडेट करते हुए अल जवाहिरी को मृत दर्शाया है। सैफ-अल-अदल पर भी 10 मिलियन डालर को ईनाम घोषित है।