Indian Railways: गरीब रथ के कोच होंगे रिटायर, अब एलएचबी कोच से चलेगी ट्रेन
रेलवे बोर्ड ने हाल ही में आदेश जारी कर सभी जोनल रेलवे महाप्रबंधकों को गरीब रथ के पुराने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा बनाए गए कोचों को चरणबद्ध तरीके से बाहर करने को कहा है। इनकी जगह अब लिंक हाफमैन बाश (एलएचबी) तकनीक से बने एसी इकॉनमी कोच लगाए जाएंगे, जिनमें भी 80 सीटें ही होंगी। यानी सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा।
Indian Railways: साल 2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब रथ एक्सप्रेस की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के यात्रियों को सस्ती वातानुकूलित (एसी) यात्रा उपलब्ध कराना था। पहली ट्रेन 5 अक्टूबर 2006 को सहरसा से अमृतसर के बीच चलाई गई थी। शुरुआत में इसमें केवल थर्ड एसी कोच थे, लेकिन बाद में चेयरकार को भी शामिल किया गया। यह ट्रेन दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और कानपुर जैसे प्रमुख शहरों के लिए भी चलाई गई।
पढ़े : DGCA New Rules: उड़ानों की सुरक्षा को को लेकर डीजीसीए ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
अधिक सीटें और कम किराया
गरीब रथ ट्रेनों में आमतौर पर 72 की बजाय 80 सीटों वाले थर्ड एसी कोच लगाए गए थे। इससे किराया कम और यात्री क्षमता अधिक हुई। इस सस्ती और आरामदायक यात्रा सुविधा ने इसे आम जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था।
अब पुराने कोच होंगे बाहर
रेलवे बोर्ड ने हाल ही में आदेश जारी कर सभी जोनल रेलवे महाप्रबंधकों को गरीब रथ के पुराने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा बनाए गए कोचों को चरणबद्ध तरीके से बाहर करने को कहा है। इनकी जगह अब लिंक हाफमैन बाश (एलएचबी) तकनीक से बने एसी इकॉनमी कोच लगाए जाएंगे, जिनमें भी 80 सीटें ही होंगी। यानी सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
रखरखाव में आ रही थीं दिक्कतें
जोनल रेलवे द्वारा समय-समय पर इन कोचों के इलेक्ट्रिकल और मकैनिकल हिस्सों की मरम्मत को लेकर शिकायतें भेजी गई थीं। स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता न होने और तकनीकी जटिलताओं के कारण इनके रखरखाव में लगातार परेशानियां आ रही थीं। इसी कारण चेन्नई स्थित आईसीएफ फैक्ट्री ने दो साल पहले इन कोचों का उत्पादन बंद कर दिया।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
एलएचबी कोच पर रेलवे का भरोसा
एलएचबी कोचों को सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा बेहतर माना जाता है। दुर्घटना की स्थिति में ये कोच एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते, जिससे जानमाल की हानि कम होती है। इसलिए रेलवे अब धीरे-धीरे सभी गरीब रथ ट्रेनों को एलएचबी कोचों में परिवर्तित करने की दिशा में काम कर रहा है।
भविष्य की योजना
फिलहाल गरीब रथ ट्रेनों में केवल एसी कोच ही चलाए जा रहे हैं, लेकिन भविष्य में आवश्यकता महसूस होने पर इसमें स्लीपर और अन्य कोच जोड़े जा सकते हैं। हालांकि, रेलवे बोर्ड के आदेश में फिलहाल स्लीपर कोच का कोई उल्लेख नहीं है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV