नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के रिश्ते कैसे हैं ये जगजाहिर है और इसी बीच भारत (Shahid Afridi) की ओर से कई बार इन रिश्तों को सुधारने की पहल की गई है। लेकिन हमेशा की तरह पाकिस्तान छल का डंक भारत को मार रहा है। यहां तक कि वहां के क्रिकेटर्स भी महज़ खेल भावना के साथ मैदान में नहीं उतरते बल्कि वो भारत के खिलाफ कट्टरवादी सोच के साथ भी मैदान में आते है।
वकार यूनुस ने एक महान नेता का मजाक बनाया
जिसका कबूलनामा खुद पाकिस्तान के तमाम क्रिकेटर्स कर रहे हैं। बता दें हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी वकार यूनुस ने भारत के एक महान नेता का मजाक बनाया और अपने भारत दौरे का किस्सा सांझा किया।
दरअसल ये बात साल 1999 की है जब पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आयी हुई थी। जब भारत और पाकिस्तान के बीच जनवरी और फरवरी के महीने में टेस्ट सीरीज़ खेली गयी। उसमें वकार युनुस, वसीम अकरम और शाहिद आफरीदी तीनों ही पाकिस्तान की टीम में खेल रहे थें।
तब करीब 12 साल के बाद पाकिस्तानी टीम ने कोई टेस्ट सीरीज़ खेली थी और इसका दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में हुआ था। इसी मैच के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी खुद स्टेडियम में कुछ देर के लिए गए थे और ये बहुत बड़ी बात है जब खुद भारत का प्रधानमंत्री पाकिस्तान की टीम को मिलने के लिए मैदान में पहुंचे थे।
वकार यूनुस ने क्या बोला?
तस्वीरों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाते दिख रहे हैं और अब आपको वकार यूनुस को एक बयान सुनवाते हैं. जिसमें वकार यूनुस ने मैदान में हुए उस वाकये को ठहाके मारते हुए अपने पाकिस्तानी साथियों से साझा किया.
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनुस ने एक किस्सा शेयर किया उन्होंने कहा- एक बार शाहिद आफरीदी के साथ मैंने हाथ मिलाया था, उसका हाथ पकड़ने से लोगों के पसीने छूट जाते थे. उसका बेहद ही कठोर था, इसलिए जिससे वो छक्के मारता था. फिर आगे बोलते हैं कि हम लोग इंडिया टूर पर थे, एक मिनिस्टर ने हम लोगों का स्वागत किया, हम से मिलने आए तो हम सब खड़े हो गए सबसे मिनिस्टर हाथ मिलाने लगे शाहिद से जब हाथ मिलाया तो सच में उनके पसीने छूट गए.
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शाहिद आफरीदी किसके साथ किया गलत व्यवहार
शाहिद आफरीदी ने जिस नेता के साथ ये घटिया व्यवहार किया उनकी उम्र बहुत ज्यादा थी। वकार युनुस ने ये भी बताया कि वो नेता अपने अन्य प्रतिनिधियों के साथ मैदान में उनसे मिलने आए थे। बता दें इस दौरान अटल जी के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी और शीला दीक्षित भी पहुंचे थीं। लेकिन तस्वीरों से पता चलता है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ सिर्फ अटल जी ही मिला रहे थे और शायद वकार युनुस अपने साथियों से अटल जी की ही बात कर रहे हैं लेकिन इस दौरान वकार ने उनका नाम नहीं लिया था।
आपको बता दें उस समय शाहिद अफरीदी के करियर की शरूआत हुई थी और उनकी उम्र महज 18 साल थी। यहां पर सोचने वाली बात ये है की महज 18 वर्ष की उम्र में पाकिस्तानी युवक भारत के खिलाफ किस हद तक नफरत पाले हुए था कि उसने एक देश के प्रधानमंत्री से इस तरह का व्यवहार किया।
वहीं इसके उल्टे अपने भारत के खिलाड़ियों के बयानों में अक्सर सुना होगा कि वो खेल को खेल की तरह ही खेलते हैं, इसमें ईर्ष्या के लिए कोई जगह नहीं है। इतना ही नही ये मैच जीतने के दौरान भारतीय क्राउड ने स्टेडियम में खड़े होकर पाकिस्तान की जीत पर तालियां बजाई थीं।
जिससे पता चलता है कि भारत की सोच क्या है और पाकिस्तान की भारत को लेकर नफरत किस हद तक है। ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ कोई बयान दिया हो, बल्कि इससे पहले भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों की ओर से तमाम भारत विरोधी बयान दिए जाते रहे हैं।