Kanhaiyalal murder case: राजस्थान के उदयपुर में हुए दर्जी कन्हैयालाल हत्याकाड को पूरे एक साल हो गए हैं। आरोपी भले ही जेल में हैं लेकिन अभी केस चल रहा है। उन्हें अभी तक सजा नहीं मिल पाई है। उधर कन्हैयालाल का परिवार अभी भी आस लगा कर बैठा है कि आरोपियों को फांसी जरुर मिलेगी। कन्हैया के बड़े बेटे यश साहू ने आरोपियों को फांसी नहीं हो जाने तक बाल कटवाने और पौरों में जूते नहीं पहनने का संकल्प लिया है।
तो वहीं छोटा बेटा तरुण का कहना है कि उनके पिता उसको फार्मेसी की पढ़ाई कराना चाहते थे। उनके जाने के बाद सब कुछ छूट गया है। पिता के बिना बेटे अपना जन्मदिन तक नहीं मनाते।
तरुण ने बताया कि 24 घंटे उनके परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। वे लोग जब भी घर से बाहर निकते हैं तो उनके साथ एक पुलिसकर्मी जरुर होता है। यही नहीं, उनके घर पर भी CCTV कैमरे भी लगे हैं। जिससे लगातार मॉनिटरिंग की जाती हैं।
कन्हैयालाल की हत्या के बाद से ही परिवार को सुरक्षा के इरादे से ही उनके घर के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ताकि कन्हैया के घरवालों को कोई नुकसान न पहुंचा सके।
परिवार का दर्द
कन्हैयालाल की पत्नी ने बताया कि पति के जाने के बाद से परिवार के लोग तिल तिल कर मर रहे हैं।घर में मेहमानों का आना जाना भी कम हो गया है। जसोदा ने कह इधर पूरा परिवार तिल तिल कर मर रहा है औऱ दूसरी और, आरोपियों को जेल में रोटियां खिलाई जा रही है। मेरा बस चले तो मैं हत्यारों को खुद मार डालूं।
उन्होंने आगे कहा कि जब दरिंदो ने खुद उनके पति को मार कर वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया तो भी उन्हें अब तक फांसी क्यों नहीं मिल रही हैं।
कन्हैयालाल की पत्नी को उनके पति का वीडियो नहीं दिखाया गया है। वह दिवंगत पति की सिलाई मशीन को देखती रहती हैं। आए दिन उनके सिले कपड़ों को लेकर बैठ जाती हैं। और लोगों को दिखाती हैं।
अस्थियां विसर्जित नहीं की गईं
परिजनों ने अब तक कन्हैया लाल की अस्थियों का विसर्जन भी अभी तक नहीं किया है। परिजन इस हत्याकांड की वजह पुलिस की लापरवाही और ज्ञानव्यापी मस्जिद के मुद्दे पर TV चैनलों पर बहस को मान रहे हैं। कन्हैयालाल के लड़के काकहना है कि जिस दिन उनके पिता के हत्यारों को फांसी की सजा मिलेगी वह उसी दिन अस्थियों का विसर्जन करेंगेय़ यही उनके पिता को सच्ची श्रध्दांजलि होगी।
कन्हैया हत्याकांड का क्या था पूरा मामला
एक साल पहले यानि 28 जून 2022 को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल को दो युवकों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर डाली थी। हत्या का वीडियो भी बनाया था और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करके कबूल भी किया था। कि उन्होंने ही कन्हैयालाल को मारा है। टेलर की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश का माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
आरोपियों ने कन्हैयालाल को सिर्फ इसलिए जान से मारा था क्योंकि सोशल मीडिया पर उनके फोन से BJP से निकाली गई नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया गया था।उनके फोन से पोस्ट डिलीट करके उन्हे दोबारा ऐसा न करने को कहा था।
नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने से हुआ था पूरा बवाल
मामला यहीं नहीं थमा। नाजिम नाम का शख्स ने कन्हैयालाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी थी। जिसके बाद उन्हें अरेस्ट किया गया। लेकिन कोर्ट ने कन्हैया को 12 जून 2022 के दिन जमानत पर छोड़ दिया था। तीन दिन तक कन्हैया ने दुकान नहीं खोली फिर दो गुटों में समझौता हो गया। कन्हैया ने उन्हें बताया कि उन्हें तो मोबाइल सही से चलाना भी नहीं आता है। यह पोस्ट उनके बेटे ने गलती से कर दी होगी।
उस समय तो मामला रफा दफा कर दिया गया। लेकिन 28 जून 2022 के दिन मोहम्मद रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस नाम के नाम के दो व्यक्तयों ने कन्हैयालाल की उनकी दुकान के अंदर घुसकर हत्या कर डाली।