Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर आज विपक्षी दलों के 21 सांसद राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेगा। ये वही सांसद हैं जो पिछले दिनों मणिपुर के दौरे पर गए थे और दो दिन रहकर मणिपुर की हालत का जायजा लेकर लौटे थे। जानकारी के मुताबिक विपक्षी दलों का यह प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति को मणिपुर (Manipur Violence) की स्थिति से अवगत कराएगा और वहां कार्रवाई करने की मांग भी करेगा। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति कार्यालय से इन सांसदों को आज 11.30 बजे का समय मिला हुआ है।
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मणिपुर में पिछले तीन महीने से हिंसा जारी है। इस हिंसा में मणिपुर के कुकी समुदाय और मैतेई समुदाय के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से हिंसा को रोकने के लिए कई प्रयास किये गए लेकिन मणिपुर में हिंसा (Manipur Violence) नहीं रुकी। अभी तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और जबकि 12 सौ से ज्यादा लोग घायल हैं। सैकड़ों घरों को जला दिया गया है। बड़ी संख्या में मंदिर और चर्च भी जलाये गए हैं और करीब 60 हजार से ज्यादा लोग जान बचाकर शरणार्थी शिविर में रहने को अभिशप्त हैं।
हालांकि इसी बीच मणिपुर की इस घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। शीर्ष अदालत ने मणिपुर की घटना पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि वहां कोई कानून व्यवस्था नहीं रह गई है। पुलिस के नियंत्रण से सब कुछ बाहर हो चुका है। शीर्ष अदालत ने मणिपुर के डीजीपी को भी तलब किया है। इधर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार को भी स्थिति साफ़ करने को कहा है और सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि तीन महीने से मणिपुर जल रहा है, महिलाओं के साथ आपराधिक कृत्य किये जा रहे हैं और सरकार मौन बैठी हुई है। कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट अब मणिपुर की हिंसा की जांच के लिए कोई न्यायिक समिति का गठन कर सकती है।
उधर कांग्रेस महासचिव ट्वीट के जरिये कहा है कि विपक्षी दलों के जो 21 सांसद मणिपुर का जायजा लेने गए थे उनकी मुलाकात आज राष्ट्रपति मुर्मू से होगी। इस दौरान इंडिया के सभी नेता घटक दलों के नेता भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे।
जानकारी मिल रही है कि विपक्षी नेता राष्ट्रपति से मिलकर मणिपुर में उनसे हस्तक्षेप की मांग करेंगे। जानकारी मिल रही है कि विपक्ष के नेता मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को बर्खास्त करने की मांग भी कर सकते।