Astronaut Return Earth: 3 अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापस लौट आए हैं। नासा का एक अंतरिक्ष यात्री और 2 रूसी अंतरिक्ष यात्री सोयुज कैप्सूल के द्वारा कजाकिस्तान के एक दूरदराज क्षेत्र में उतरे। उनका मूल अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष मलबे में फंस गया था। सारा कूलेंट समाप्त होने की वजह से सोयुज कैप्सूल का प्रयोग किया गया।
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जानकारी के मुताबिक बता दें नासा के एक अंतरिक्ष यात्री और 2 रूसी अंतरिक्ष यात्री एक वर्ष से अधिक वक्त तक अंतरिक्ष में रहने के बाद 27 सितंबर यानि बीते बुधवार को धरती पर लौट (Astronaut Return Earth) आए हैं। NASA की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्रैंक रुबियो ने अन्य दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के साथ बुधवार सुबह 3. 54 मिनट पर पृथ्वी के लिए अपनी यात्रा की शुरूआत की थी. कजाकिस्तान के रेगिस्तान में उनका कैप्सूल शाम करीब 5. 17 मिनट पर लैंड हुआ. उनके वापस लौटने की चर्चा सबसे अधिक इसलिए है क्योंकि फ्रैंक रूबियो सबसे अधिक लंबे वक्त तक अंतरिक्ष में समय बिताकर लौटे नासा के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं. इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी नागरिक फ्रैंक रूबियो ने सबसे लंबी अमेरिकी अंतरिक्ष ( American astronaut) उड़ान का रिकॉर्ड बनाया। तीनों अंतरिक्ष यात्री कजाकिस्तान के एक दूरदराज के क्षेत्र में एक सोयुज कैप्सूल (Soyuz Capsule) से उतरे। उनका मूल अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष के मलबे की चपेट में आ गया था और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) पर उसका सारा कूलेंट समाप्त हो गया था जिसके बाद सोयुज कैप्सूल (Soyuz Capsule) का प्रयोग किया गया।
बता दें जो मिशन 180 दिन का होना चाहिए था वह 371 दिन के प्रवास में बदल गया। रुबियो ने एक अंतरिक्ष उड़ान के सबसे ज्यादा वक्त तक रहने के नासा (NASA) के पिछले रिकॉर्ड को रखने वाले मार्क वंदे हेई की मुकाबले में अंतरिक्ष में 2 हफ्ते ज्यादा वक्त बिताया। रूस का 1990 के दशक के मध्य का 437 दिन अंतरिक्ष प्रवास का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। रूबियो और अंतरिक्ष यात्रियों सर्गेई प्रोकोपयेव (sergey prokopyev) और दमित्री पेतेलिन (Dmitry Petelin) को वापस पृथ्वी पर लाने वाले सोयुज कैप्सूल (Soyuz Capsule) को प्रतिस्थापन के रूप में फरवरी में भेजा गया था।
खाली वापस लौटा था अंतरिक्ष यान
रूसी इंजीनियरों (Russia engineers) को पिछले वर्ष के आखिर में संदेह हुआ था कि अंतरिक्ष के मलबे से उनके मूल यान का रेडियेटर क्षतिग्रस्त हो गया है। इंजीनियरों को चिंता हुई कि कूलिंग नहीं होने पर कैप्सूल के इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) और अन्य संसाधन खतरनाक स्तर तक गर्म हो सकते हैं और इस कारण से यह यान खाली वापस आया।