Vinesh Phogat Retirement: मां….मेरी हिम्मत और सपना सब टूट चुका, विनेश फोगाट ने रेसलिंग को कहा अलविदा
Mother...my courage and dreams are all broken, Vinesh Phogat said goodbye to wrestling
Vinesh Phogat Retirement पेरिस ओलंपिक 2024 से भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। विनेश फोगाट को कल चैंपियनशिप मैच में भाग लेना था, लेकिन 50 किलोग्राम वर्ग में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने प्रतियोगिता से संन्यास लेने की घोषणा की है। 50 किलोग्राम वर्ग में, उन्होंने पेरिस में ओलंपिक फाइनल में जगह बनाई थी। फिर भी, फाइनल मैच की सुबह उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक था। इसकी वजह से विनेश को इवेंट से ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर संन्यास का ऐलान कर दिया है।
विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर की संन्यास की घोषणा
भारत के लिए तीन बार ओलंपिक खेल चुकीं 29 साल की विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा की है। अपने एक्स अकाउंट पर उन्होंने संन्यास की घोषणा की और अपनी मां से माफी मांगी। विनेश ने X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी”।
विनेश फोगाट का करियर
1994 में जन्मी विनेश फोगट ने सात साल की उम्र में कुश्ती शुरू की थी। अब वह वैश्विक रैंकिंग (Global Rankings) में शीर्ष स्थान पर हैं। 53 किलोग्राम वर्ग में विनेश ने 2019 और 2022 दोनों में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। 2018 एशियन गेम्स में विनेश ने गोल्ड पर कब्जा जमाया था। इसके साथ ही विनेश के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 3 गोल्ड हैं। वह एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ दोनों में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली रेसलर हैं।
Olympic final में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर
विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया। पहले राउंड में उन्होंने जापान की अजेय पहलवान युई सुसाकी को हराया। सुसाकी ने इससे पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने 82 मैच जीते थे। इसके बाद उन्होंने लगातार दो मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई। आज तक कोई भी भारतीय महिला पहलवान ओलंपिक फाइनल में नहीं पहुंच पाई है। हालांकि, दूसरे दिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि उनका वजन 100 ग्राम अधिक था।