Ganesh Chaturthi 2024: मुंबई के मशहूर लालबागचा राजा की पहली झलक गुरुवार को सामने आ गई है। लालबागचा राजा का हर साल बहुत ही बेसब्री से इंतजार होता है। इस साल उनके सिर पर सजा 16 करोड़ रुपए का मुकुट आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। यहां बड़ी संख्या में भक्त जुड़े है जिन्हे बप्पा ने मैरून रंग की पोशाक पहने हुए दर्शन दिए। लालबागचा राजा मुंबई का सबसे मशहूर गणेश मंडल है। आम लोगों से लेकर मशहूर हस्तियों तक, लाखों मुंबईकर हर साल लालबाग में इस प्रतिष्ठित प्रतिमा की एक झलक पाने के लिए लंबी कतारों में खड़े होते हैं।
कल से शुरू होंगे दर्शन
लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के सुधीर सीताराम साल्वी ने कहा, “लालबागचा राजा की पहली झलक बहुत अच्छे तरीके से सामने आई है। मंडल की तैयारी अच्छे तरीके से की गई है। लालबागचा राजा के दर्शन के लिए कतार कल से शुरू होगी। हम लोगों को अच्छे तरीके से दर्शन कराएंगे।”
मुंबई के लालबाग के राजा की मूर्ति का भव्य स्वरूप भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मूर्ति का स्वरूप हर साल बदलता रहता है। गणेशोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में लोग अपनी मनोकामना लेकर गणपति के दर्शन करने यहां आते हैं। गणेश मंडल की ओर से पूरी व्यवस्था की जाती है।
गणेश भक्तों के लिए हुए टोल टैक्स माफ
बता दे कि, गणेशोत्सव के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार 5 सितंबर से 19 सितंबर तक सभी गणेश भक्तों के लिए टोल टैक्स माफ करने का फैसला किया है। इसकी घोषणा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की। इस संबंध में बुधवार को एक सरकारी विज्ञप्ति जारी की गई। यह छूट मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग, मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग और लोक निर्माण विभाग के अधीन अन्य सड़कों पर स्थित टोल बूथों पर लागू होगी।
7 सितंबर से शुरू होने वाला गणेश उत्सव भारत का एक प्रमुख त्यौहार है। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म के रूप में मनाया जाता है और यह 10 दिनों तक चलने वाला सबसे लोकप्रिय हिंदू त्यौहारों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान भगवान गणेश अपनी माता देवी पार्वती के साथ धरती पर आते हैं। गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश का जन्म बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा। भारत और विदेशों में भक्तगण ज्ञान और समृद्धि का आशीर्वाद पाने के लिए जीवंत पंडाल तैयार करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और अनुष्ठान करते हैं।
भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए लाखों भक्त मंडलों में आते हैं
इस त्यौहार का समापन भव्य विसर्जन के साथ होता है, जहाँ गणेश प्रतिमाओं को मंत्रोच्चार और संगीत के बीच जल निकायों में विसर्जित किया जाता है। इस त्यौहार को ‘विनायक चतुर्थी’ या ‘विनायक चविथी’ के नाम से भी जाना जाता है। गणेश चतुर्थी मुंबई और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है, जहां इस मौके पर लाखों की संख्या में भक्त बप्पा का आशीर्वाद लेने के लिए मंडलों में आते है।