Haridwar News: डीएम का औचक निरीक्षण, अनुपस्थित पाए गए कई अधिकारी और कर्मचारी
DM's surprise inspection, many officers and employees found absent
सोमवार की सुबह हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने जब सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, तो कई अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद मिले। इस पर नाराज़गी जताते हुए जिलाधिकारी ने तुरंत अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण तलब किया और कार्यसंस्कृति को सुधारने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।
श्रम आयुक्त कार्यालय में छापेमारी
जिलाधिकारी ने सुबह करीब साढ़े दस बजे सबसे पहले सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सहायक श्रम आयुक्त धर्मराज सिंह, प्रशासनिक अधिकारी रीना नेगी और श्रम प्रवर्तन अधिकारी मीना भट्ट अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए, जिससे कार्यलय की अनुशासनहीनता साफ झलक रही थी। जब उपस्थिति पंजिका की मांग की गई, तो कर्मचारियों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी ने उपस्थिति पंजिका अपने अधीन अलमारी में रखी है, जो अभी तक ऑफिस नहीं पहुंची हैं।
इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए कि भविष्य में उपस्थिति पंजिकाएं बाहर सुरक्षित स्थान पर रखी जाएं, ताकि अधिकारियों की उपस्थिति की सही जानकारी मिल सके।
एआरटीओ कार्यालय में भी लापरवाही
इसके बाद डीएम एआरटीओ (प्रवर्तन व प्रशासन) कार्यालय पहुंचे। यहां पर एआरटीओ पंकज श्रीवास्तव अनुपस्थित पाए गए। उनके कार्मिकों ने जानकारी दी कि वे न्यायिक कार्य से देहरादून गए हैं। इसके अलावा, 32 स्थायी कर्मचारियों में से 16 अनुपस्थित पाए गए, और चार पीआरडी कर्मियों में से केवल एक कर्मी कार्यालय में उपस्थित था।
अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। साथ ही, जिलाधिकारी ने जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे समय पर अपने कार्यालय पहुंचे और कार्यों को समयबद्धता और पारदर्शिता के साथ निपटाने को सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि शासकीय कार्यों और योजनाओं में ज़रा भी ढिलाई या लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
समयबद्धता और पारदर्शिता पर जोर
डीएम ने जोर देकर कहा कि सरकारी कार्यों में समय की पाबंदी और पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों में हीलाहवाली को रोकने के लिए जिलाधिकारी ने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं।