Cyber Fraud: गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने साइबर अपराध (Cyber Crimes) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई गृह मंत्रालय की साइबर विंग 14सी (Cyber Wing 14C) ने की है। साइबर विंग ने साइबर धोखाधड़ी से जुड़े करीब 6 लाख नंबर ब्लॉक कर दिए हैं। इतना ही नहीं, ऐसे 800 ऐप्स को भी ब्लॉक किया गया है। साथ ही, साइबर विंग के आदेश पर साइबर फ्रॉड में शामिल 65 हजार यूआरएल (URL) को भी ब्लॉक किया गया है।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर विंग ने पिछले 4 महीने में 3.25 लाख फ्रॉड अकाउंट फ्रीज (Fraud Account Freeze) किए हैं। 3400 से ज्यादा सोशल मीडिया ग्रुप (Social Media Groups) भी बंद किए गए हैं। गृह मंत्रालय का दावा है कि 8.5 लाख लोगों को साइबर धोखाधड़ी (Cyber Fraud) से बचाया गया है।
1 साल में 1 लाख मामले दर्ज
देश में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। इनमें डिजिटल गिरफ्तारी (Digital Arrest) के मामले भी शामिल हैं। एनसीआरपी पोर्टल (NCRP Portal) पर 2023 में 1 लाख से अधिक घोटाले (Scams) की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इन मामलों में लगभग 17 हजार एफआईआर (FIR) दर्ज की गई हैं।
2018 में गृह मंत्रालय ने 14सी विंग बनाया था। इसे केंद्रीय क्षेत्र योजना (Central Sector Scheme) के तहत गृह मंत्रालय के साइबर और सूचना सुरक्षा प्रभाग के भीतर बनाया गया है। यह सभी राज्यों से जुड़कर साइबर अपराध के मामलों पर नज़र रखता है।
साइबर अपराध से निपटने के लिए विंग ने राष्ट्रीय स्तर (National Level) पर समन्वय केंद्र (Coordination Center) स्थापित किया है। इसके अलावा विंग साइबर अपराध से जुड़ी शिकायतों को आसानी से दर्ज कराने में मदद करता है। यह एजेंसियों को साइबर अपराध से निपटने में मदद करता है। यह विंग लोगों को ऐसे अपराधों से बचने और जागरूकता बढ़ाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करता है। विंग फर्जी डिजिटल प्लेटफॉर्म (Fake Digital Platforms) की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई भी करता है।