Famous folk singer Sharda Sinha’s: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का पटना में राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार, देशभर में शोक की लह
Famous folk singer Sharda Sinha's last rites will be performed with state honors in Patna, mourning across the country
Famous folk singer Sharda Sinha’s: पटना: प्रसिद्ध लोक गायिका और ‘बिहार कोकिला’ के नाम से मशहूर शारदा सिन्हा का मंगलवार को दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। 9:20 बजे शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से भोजपुरी संगीत जगत सहित पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी अंतिम विदाई के लिए उनके पार्थिव शरीर को बुधवार सुबह दिल्ली से पटना लाया गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
पटना पहुंचा पार्थिव शरीर, अंतिम संस्कार की तैयारियां
बुधवार को सुबह करीब 11 बजे शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर एयर एम्बुलेंस के जरिए पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा। पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को उनके राजेंद्र नगर स्थित आवास पर ले जाया जाएगा। वहां, उन्हें अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर होने की संभावना है, जहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रशासनिक अमले ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
लोकप्रियता और संगीत में योगदान
पद्मभूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा ने अपने जीवन में छठ गीतों और भक्ति संगीत के जरिए भोजपुरी और मैथिली भाषा को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी आवाज में ‘छठी मैया’ के गीतों ने बिहार, पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के हजारों घरों में छठ पर्व की रौनक को बढ़ाया। वे साल 2017 से मल्टीपल मायलोमा (कैंसर का एक प्रकार) से पीड़ित थीं और पिछले कुछ दिनों से उनका इलाज एम्स के कैंसर संस्थान में चल रहा था। 22 अक्टूबर से वे दिल्ली एम्स के आईसीयू में भर्ती थीं और डॉक्टरों की विशेष देखरेख में थीं।
श्रद्धांजलि देने पहुंचे कई नेता और अभिनेता
शारदा सिन्हा के निधन की खबर से राजनीतिक और सांस्कृतिक जगत के कई दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है। बीजेपी सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी ने दिल्ली एम्स में उनका अंतिम दर्शन किया। मनोज तिवारी ने अपने शोक संदेश में कहा, “शारदा दीदी का निधन भोजपुरी जगत और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। छठ पर्व के गीतों में उन्होंने जो मिठास और भक्ति की भावना भरी है, वह सदियों तक लोगों के दिलों में जीवित रहेगी।”
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “शारदा सिन्हा बिहार के संगीत की सबसे बड़ी कलाकारों में से एक थीं। उनका निधन बिहार के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके गाए हुए छठ गीत पूरे पूर्वांचल में घर-घर में गूंजते थे।”
इसके अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी शोक प्रकट करते हुए कहा कि वह गुरुवार को पटना आएंगे और शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि देंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शाम 7 बजे राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी श्रद्धांजलि, राजकीय सम्मान की घोषणा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा, “शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और हिंदी संगीत को नई पहचान दी। उनके गीतों में सौम्यता और भक्ति का एहसास था। उनके जाने से बिहार ने एक महान कलाकार खो दिया है।”
शारदा सिन्हा: बिहार की संगीत यात्रा की एक महत्वपूर्ण कड़ी
शारदा सिन्हा ने अपने संगीत करियर में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए, जिनमें पद्मभूषण, पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार शामिल हैं। उनकी आवाज ने न केवल बिहार में बल्कि पूरे देश में लाखों लोगों के दिलों को छू लिया। छठ पर्व के अवसर पर उनके गीत हर घर में बजते थे, जो बिहार और पूर्वांचल में लोगों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गए हैं।
उनके निधन से कला और संस्कृति के क्षेत्र में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है जिसे भर पाना मुश्किल है। वे अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गई हैं, जो संगीत प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगी।
शारदा सिन्हा को अंतिम विदाई देने के लिए बिहार के विभिन्न हिस्सों से लोग पटना आ रहे हैं। उनके निधन से उत्पन्न शोक और संवेदना से पूरा राज्य गमगीन है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनकी आवाज की मिठास भारतीय संगीत जगत में हमेशा गूंजती रहेगी।