Space Education in Uttarakhand: उत्तराखंड के तीन युवाओं की अनोखी पहल, पहाड़ों से शुरू हुई अंतरिक्ष शिक्षा की क्रांति
उत्तराखंड के तीन युवाओं द्वारा शुरू किया गया एस्ट्रोवर्स एक अनोखा स्वदेशी स्टार्टअप है, जो बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान की शिक्षा दे रहा है। यह पहल न केवल शिक्षा में नवाचार ला रही है, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है। एस्ट्रोवर्स अब तक कई स्कूलों में स्पेस एजुकेशन कार्यक्रम चला चुका है और भविष्य में देशभर में विस्तार की योजना बना रहा है।
Space Education in Uttarakhand: उत्तराखंड की शांत वादियों में तीन बचपन के दोस्तों ने एक ऐसे स्टार्टअप की नींव रखी है, जिसने न सिर्फ अंतरिक्ष विज्ञान की शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और क्षेत्रीय विकास का जरिया भी बनाया है। इस नवाचार का नाम है “एस्ट्रोवर्स” – एक स्वदेशी स्टार्टअप जो विज्ञान को सरल, रोचक और रोजगारपरक बनाने का प्रयास कर रहा है।
एक सपना जो तीन दोस्तों ने देखा
एस्ट्रोवर्स की शुरुआत की कहानी प्रेरणादायक है। अजय रावत, राहुल पांथरी और शुभम कुमार – तीनों बचपन के दोस्त थे और उन्होंने अपने अनुभवों को साझा कर एक बड़ा सपना देखा। अजय, जो पहले रेलवे इंजीनियर थे, ने सुरक्षित नौकरी छोड़कर कुछ नया करने का साहस दिखाया। उनके तकनीकी कौशल ने एस्ट्रोवर्स को विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मजबूती दी। टेलीस्कोप बनाना, मोबाइल ऑब्जर्वेटरी तैयार करना और विज्ञान को प्रैक्टिकल रूप में प्रस्तुत करना, अजय की विशेषज्ञता के कुछ मुख्य पहलू हैं।
READ MORE: चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले, मंदिर परिसर में गूंजे भोलेनाथ के जयकारे
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव का सूत्रधार
शुभम कुमार, जो देश के प्रतिष्ठित अंतरिक्ष संस्थानों में काम कर चुके हैं, ने एस्ट्रोवर्स के शैक्षणिक विंग “एस्ट्रो पाठशाला” की कमान संभाली। उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल भाषा में बच्चों तक पहुंचाने का एक प्रभावी तरीका विकसित किया है। हाइड्रो रॉकेट, कॉमेट मेकिंग, और टेलीस्कोप निर्माण जैसे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से वे बच्चों में विज्ञान के प्रति उत्साह जगाते हैं। पिछले तीन वर्षों में उन्होंने 10 से अधिक प्रशिक्षित विज्ञान शिक्षकों की टीम खड़ी की है, जो स्कूलों में बच्चों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से शिक्षा दे रही है।
सितारों की ओर बढ़ते कदम
राहुल पांथरी, जो एक आर्किटेक्ट थे, ने एस्ट्रो टूरिज्म की दिशा में पहल की और “एस्ट्रोस्टॉप” विंग की नींव रखी। पहाड़ों से पलायन को रोकने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से उन्होंने एस्ट्रोनॉमी आधारित टूरिज्म को बढ़ावा दिया। साफ आसमान और नैसर्गिक वातावरण में एस्ट्रो इवेंट्स का आयोजन कर अब तक 35 से अधिक लोगों को स्थायी रोजगार मिल चुका है। ये युवा एस्ट्रोनॉमी एजुकेटर, इवेंट मैनेजर और कंटेंट क्रिएटर के रूप में काम कर रहे हैं।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
शिक्षा और रोजगार का संगम
एस्ट्रोवर्स सिर्फ शिक्षा तक सीमित नहीं है, यह स्कूलों में विज्ञान लैब की स्थापना, स्पेस एजुकेशन पाठ्यक्रम का निर्माण और बच्चों को रॉकेट डिजाइनिंग, सैटेलाइट मैकिंग जैसी आधुनिक विषयों से परिचित कराने का कार्य भी करता है। इनके द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा प्रमाणित हैं।
भविष्य की उड़ान
एस्ट्रोवर्स की टीम का सपना है कि भारत का हर बच्चा एक दिन आसमान में टिमटिमाते तारों को न केवल देखे, बल्कि उन्हें समझे भी। वे आने वाले समय में देशभर में एस्ट्रोस्टॉप्स और स्कूल प्रोग्राम्स का विस्तार करना चाहते हैं, ताकि विज्ञान को केवल किताबों तक सीमित न रखा जाए, बल्कि बच्चों को प्रयोगशालाओं और आकाश के बीच सीखने का अवसर मिले।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
एस्ट्रोवर्स अब केवल एक स्टार्टअप नहीं, बल्कि विज्ञान, शिक्षा और रोजगार की त्रिवेणी बन चुका है जो उत्तराखंड से निकलकर पूरे भारत को नई दिशा देने की तैयारी में है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV