Aam Aadmi Party: केजरीवाल का कहना भ्रष्टाचार मुक्त भारत हमारा संकल्प, अपने नेता हो भ्रष्टाचारी तो बन जाते है धृतराष्ट्र!
दिल्ली नगर निगम चुनाव में जीत और गुजरात में अपना खाता खोलते हुए आप देश की राजनीति में तेजी से आगे बढ़ती हुई नज़र आ रही है. दो राज्यों में आप की सरकार भी है. इसी बीच दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ लाभ के पद के लिए आरोप लगाए गए है.
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) एक ऐसी पार्टी जो भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े तेवर दिखाते हुए वजूद में आई. अरविंद केजरीवाल जो कि अन्ना हजारे के आंदोलन में मंच पर उनके साथ-साथ खड़े दिखाई दे रहे थे. आंदोलन से कोई हल न निकलता हुआ देख केजरीवाल ने आज से 10 साल पहले 2012 में एक नई पार्टी का गठन किया, और नाम रखा आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party). एक ऐसी पार्टी जो आम लोगों की पार्टी हो और सत्ता में आने के बाद सिस्टम से भ्रष्टाचार को बाहर निकाल फेंके.
यहीं वो वादे थे जो केजरीवाल (Aam Aadmi Party) ने आम लोगों से किया था. लेकिन आज 10 साल बाद जब ये पार्टी 7 साल से दिल्ली की सत्ता में है तब अरविंद केजरीवाल के किए हुए दावे खोखले नज़र आते है. जिस करप्शन के खिलाफ पार्टी का गठन किया गया था, उसी भ्रष्टाचार के आरोप में पार्टी के तमाम नेता लिप्त नज़र आ रहे हैं. हालांकि केजरीवाल के सफर पर नज़र डाले तो पहले लोग अरविंद को आरटीआई कार्यकर्ता, इनकम टैक्स ऑफिसर और साल 2011 में अन्ना हजारे के भष्ट्राचार विरोधी आंदोलन के कर्ताधर्ता के रूप में जानते थे.
आप देश की राजनीति में तेजी से आगे बढ़ी
10 सालों के दौरान कई चीजें बदली, एक तो बीजेपी बहुत ही मजबूत पार्टी बनी और कांग्रेस पार्टी का पतन होने लगा, इसी बीच आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) अपना कामकरती रही और आज एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में सबके सामने खड़ी है. दिल्ली नगर निगम चुनाव में जीत हासिल कर और गुजरात में अपना खाता खोलते हुए आप देश की राजनीति में तेजी से आगे बढ़ती हुई नज़र आ रही है. दो राज्यों में आप की सरकार भी है.
स्वाति मालीवाल के खिलाफ लाभ के पद के लिए आरोप
ताजा मामला आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) के खिलाफ लाभ के पद के लिए आरोप लगाए गए है. इस मामले में स्वाति मालिवाल समेत कुल चार महिलाओं को दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी करार दिया है. आरोपियों में मुख्य रूप से स्वाति समेत प्रमिला गुप्ता, फरहीन मलिक और सरिका चौधरी भी शामिल हैं.
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सबके भ्रष्टाचार के सबूत मीडिया को दिखाने वाले केजरीवाल आखिर अपने नेताओं के भ्रष्टाचार के आरोपों पर धृतराष्ट्र क्यों बन जाते हैं. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के ट्विटर एकाउंट पर आप ने भ्रष्टाचार को लेकर एक ट्वीट किया गया है. जिसमें कैप्शन में लिखा गया है कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत हमारी मांग नहीं हमारी ज़िद्द है. लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी की बात हो तो केजरीवाल खुद ही पूरा सिस्टम बन जाते हैं, और ये कहकर बातों को घुमा देते है. ‘हमने जांच करा ली है सब सही है जी.’
केजरीवाल के नेताओं का भ्रष्टाचार और अपराध से गहरा नाता
केजरीवाल तब भी मौन रहें जब उनके पार्टी के ही नेता सत्येन्द्र जैन भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के ऊपर भी शराब नीति को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. इतना ही नहीं भारतीय राजनीति में शायद ये पहली बार होगा जब कोई नेता जेल में बंद रहते हुए भी मंत्री पद संभाल रहा हो. केजरीवाल के नेताओं का भ्रष्टाचार और अपराध के साथ नाम जुड़ना आम है. फिर चाहे दिल्ली दंगों में अमानतुल्लाह और ताहिर हुसैन का नाम आना हो या फिर इनके तमाम नेताओं पर अपराध में लिप्त होने का आरोप लगा हो.
इन सभी आरोपों को केजरीवाल या तो डिफेंड करते आये हैं या फिर ये कहकर कहकर बीजेपी पर आरोप लगा देते हैं कि ये सब साजिश के तहत किया जा रहा है. हर बात पर सिस्टम और सरकार पर सवाल खड़े करने वाले केजरीवाल जब अपने ही सहयोगियों के भ्रष्टाचार की बात आती है तो धृतराष्ट्र की भूमिका में नज़र आते है.