खाद्य विभाग की कार्रवाईः मिलावटी मावे की शिकायत पर 4800 किलो मावा पकड़ा, सैंपल जांच को भेजे
दीपावली के पर्व पर मिठाइयों की खपत ज्यादा होने पर मांग बहुत बढ़ जाती है। मिठाईयों व मावे की आपूर्ति के लिए मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं। मिलावटी मावे की सबसे ज्यादा मांग दिल्ली में होती है। इसकी आपूर्ति पूरी करने के लिए मेरठ में बड़े पैमाने पर मिलावटी मावा तैयार होता है।
मेरठ। दीपावली को देखते हुए खाद विभाग ने मिलावटी मावे और मिठाईयों कारोबारियों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। इसी क्रम में खाद विभाग ने खरखौदा क्षेत्र के काजीपुर में मिलावटी मावे की शिकायत पर 4800 किलो मावा जब्त किया है। यह मावा कैंटर में लादकर सरधना (मेरठ) से दिल्ली बेचने के लिए ले जाया जा रहा था।
दरअसल दीपावली के पर्व पर मिठाइयों की खपत ज्यादा होने पर मांग बहुत बढ़ जाती है। मिठाईयों व मावे की आपूर्ति के लिए मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं। मिलावटी मावे की सबसे ज्यादा मांग दिल्ली में होती है। इसकी आपूर्ति पूरी करने के लिए मेरठ में बड़े पैमाने पर मिलावटी मावा तैयार होता है।
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लावटी मावे व मिठाईयों की आपूर्ति रोकने के लिए खाद विभाग की टीम सड़कों पर उतर कर चेकिंग अभियान चला रही है। खाद विभाग की टीम को मिलावटी मावा दिल्ली भेजे जाने की सूचना मिली थी। इस पर खाद्य अधिकारियों की टीम खरखोदा थाना क्षेत्र के गाजीपुर में पहुंचे। यहां वाहनों की जांच के दौरान एक कैंटर से 48 सौ किलो मावा बरामद किया गया।
खाद्य विभाग की टीम ने मावे के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है। यह मावा सरधना से दिल्ली ले जाया जा रहा था। मावा कहां तैयार किया गया और कौन-कौन लोग इस धंधे में लगे हैं। इस संबंध में खाद्य अधिकारी संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है। इस कार्रवाई से मिलावट खोरों में हड़कंप मचा हुआ है।