Adani Group: हिंडनवर्ग से अडानी के साख को लगा बट्टा ,20 हजार करोड़ का एफपीओ हुआ रद्द
अडानी समूह (Adani Group) के साख को बड़ा धक्का लगा है। यह ऐसा धक्का है जो लम्बे समय तक अडानी समूह (Adani Group) को सालता रहेगा। बड़े अरमान से समूह ने 20 हजार करोड़ बाजार से उगाहने के लिए एफपीओ जारी किया था। समूह को लगा था कि सत्ता के सपोर्ट और साख की वजह से जो पैसे आएंगे उससे कर्ज अदाएगी की जायेगी।
अडानी समूह (Adani Group) के साख को बड़ा धक्का लगा है। यह ऐसा धक्का है जो लम्बे समय तक अडानी समूह (Adani Group) को सालता रहेगा। बड़े अरमान से समूह ने 20 हजार करोड़ बाजार से उगाहने के लिए एफपीओ जारी किया था। समूह को लगा था कि सत्ता के सपोर्ट और साख की वजह से जो पैसे आएंगे उससे कर्ज अदाएगी की जायेगी। लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ। एफपीओ से पहले ही हिंडेनवर्ग की रिपोर्ट सामने आयी और सब कुछ ख़राब हो गया। पिछले तीन दिनों में एफपीओ को बेचने के खूब प्रयास हुए। खेल भी किये गए। उनके लोगों ने बाजी भी लगाईं लेकिन सफलता नहीं मिली। अंत में समूह को एफपीओ को रद्द करना पड़ गया। समूह (Adani Group) के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
एफपीओ को रद्द करते हुए अडानी ने कहा है कि बाजार में उतार चढ़ाओ को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने एफपीओ को रद्द करने का फैसला किया है। अडानी ने कहा है कि शेयर बाजार में भारी हलचल और बाजार में उतारचढ़ाव के मद्देनजर कंपनी ने निवेशकों के हितों की रक्षा को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि एफपीओ से जो रकम हासिल हुई है उसे निवेशकों को वापस किया जाएगा। इससे जुड़े लेनदेन को ख़त्म कर देंगे। अडानी समूह का या असाधारण फैसला हिंडेनवर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद समूह के शेयर में बड़े पैमाने पर गिरावट के बीच आया है। रिपोर्ट ने समूह पर बेहत दुःसाहसी तरीके से शेयरों की खरीद फरोख्त में हेराफेरी और खातों में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट के जबाब में अडानी समूह (Adani Group) ने हिंडेनवर्ग की साख और रिपोर्ट पर सवाल उठाया है। कंपनी ने जबाब में कहा है कि रिपोर्ट केवल किसी विशिष्ट कंपनी पर अनुचित हमला नहीं है। यह भारत ,भारतीय संस्थानों की स्वतंत्रता ,अखंडता और गुणवत्ता पर एक सुनियोजित हमला है। अडानी समूह ने इस रिपोर्ट को भारत के विकास की कहानी और भारत की महत्वाकांक्षा पर भी हमला बताया है। बता दें कि हिंडेनवर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयर में बीते पांच कारोबारी सत्रों में जबर्दरस्त गिरावट दर्ज हुई है। और कंपनी अपने कुल बाजार पूंजीकरण में सात लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाया है।
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अडानी समूह (Adani Group) का शेयर बुधवार को बीएसई में 26 फीसदी से अधिक गिरकर 2180 रुपये पर बंद हुआ। इसी दौरान यह खबर भी आयी कि क्रेडिट सुइस ने मार्जिन क्रेडिट के लिए गिरवी रखने वाले अडानी कंपनियों के बांड्स को स्वीकार करना बंद कर दिया है। इसके अलावा अडानी समूह की एक और कंपनी अडानी पोर्ट्स से भी २० फीसदी की गिरावट दर्ज हुई और वह 492 पर बंद हुआ। इसी तरह कंपनी के स्वामित्व वाली कंपनी अम्बुजा सीमेंट्स का शेयर भी 16 . 56 फीसदी गिरकर 334 . 60 रुपये पर बंद हुआ। जबकि एसीसी लगभग 6 फीसदी घटकर 1852 रुपये पर बंद हुआ।