Agnipath Scheme Protest: केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना का हिंसक विरोध प्रदर्शन में रेलवे को दो सौ करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। इससे बावजूद राज्य में विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। शासन ने 15 जनपदों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। बिहार राज्य के बिगड़ते हुए हालात को देखते हुए रेल मंत्रालय ने बिहार की 362 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इससे लाखों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेल विभाग ने कहा है कि यात्रियों को हो रही असुविधा का उन्हें खेद है। विभाग सभी यात्रियों के आरक्षण टिकटों व अन्य श्रेणी को टिकटों का मूल्य वापस करेगा।
बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा 14 जून को सेना में भर्ती को लेकर लांच की गयी अग्निपथ योजना के बाद से युवा इस योजना का कड़ा विरोध कर रहे हैं। पूरे बिहार में हजारों युवा सड़कों पर हैं। उग्र युवाओं की भीड़ राज्य में तोडफोड़ और आगजनी करके तांडव कर रहा है। ये उपद्रव प्रदर्शनकारी अब तक विभिन्न रेलगाड़ियों के पचास कोचों में आग लगा चुकी है, जबकि वे पांच रेलवे इंजनों को भी आग के हवाले कर चुके हैं। इतना ही नहीं जहानाबाद और मसौढी रेलवे स्टेशनों पर जमकर तोड़फोड़ किये जाने की साथ ही वहां की रेलवे पुलिस चौकी को जलाकर खाक किया जा चुका है। राजकीय रेलवे पुलिस के रिकार्ड की पत्रावलियों और पुलि के कई वाहनों को आग के हवाले किया है।
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राज्य भर में अग्निपथ योजना का हिंसक विरोध प्रदर्शन में 140 एफआईआर दर्ज की गयी हैं, जिसमें सैंकड़ों आरोपी नामजद किये गये हैं। अब तक प्रांत भर में 725 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उधर इस मामले में विपक्षी दल राजनीति करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे माहौल सामान्य होने की बजाय तनावपूर्ण ही बना हुआ है।