Indian Amrican Ajay Banga: भारतीय -अमेरिकी मूल के अजय बंगा को वर्ल्ड बैंक का नया अध्यक्ष चुना गया है। बंगा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के संकट से गुजर रही है और दुनिया भर की नजर वर्ल्ड बैंक पर टिकी है। ऐसे समय में अजय बंगा की नियुक्ति कांटो भरे ताज के समान माना जा रहा है। बंगा की नियुक्ति पांच साल के लिए की गई है और वर्ल्ड बैंक ने खुद इसकी पुष्टि की है। वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि वर्ल्ड बैंक ग्रुप विकास प्रक्रिया पर मिस्टर बंगा के साथ काम करने के लिए बोर्ड उत्साहित है। बंगा 2 जून को डेविड मलपास से पदभार ग्रहण करेंगे।
बता दें कि 63 वर्षीय अजय बंगा को फरवरी के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा इस पद के लिए नामित किया गया था और ट्रंप प्रशासन के दौरान वह वर्ल्ड बैंक के प्रमुख डेविड मलपास की जगह लेने वाले एकमात्र दावेदार थे।
जानकारी के मुताबिक नामांकन के बाद बंगा ने 96 सरकरों के अधिकारियों से मुलाकात की है। उन्होंने सरकारी अधिकारियों,व्यापारिक नेताओं और नागरिक समाज समूहों से मिलने के लिए तीन सप्ताह के विश्व दौरे के दौरान कुल 39546 मील की उड़ान भरते हुए आठ देशों का दौरा भी किय है।
बता दें कि वर्ल्ड बैंक की स्थापना दूसरे विश्व युद्ध के अंत में की गई थी। दुनिया जब युद्ध से परेशां हो गई थी तब दुनिया को फिर से बसाने और मानवता को स्थापित करने के लिए विश्व बैंक की स्थापना की गई ताकि लम्बा लोन लेकर कोई भी देश अपने विकास प्रक्रिय को आगे बढ़ा सके। इस बैंक की स्थापना में अमेरिका की भूमिका सबसे ज्याद रही है। जबकि इसी के साथ स्थापित आईएमएफ में यूरोपीय लोगों की भूमिका ज्यादा रही। इन दोनों बैंकों ने विश्व निर्माण में महती भूमिका निभाई है।
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बता दें कि अजय बंगा भारत में ही पले बढे और पढ़ाई भी यही से की है। वह दिल्ली के सेंत स्टीफेंस कॉलेज के छात्र रहे और यही से उन्होंने अर्थशास्त्र से स्नातक की पढ़ाई की। उन्होंने अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री हासिल की है। बाद में बंगा अमेरिका चले गए और 2007 में वे अमेरिकी नागरिक हो गए। बंगा की नियुक्ति से भारत को गर्व है। कह जा रहा ही कि दक्षिण एशिया के विकास में बंगा बेहतर भूमिका निभा सकते हैं।