Narendra Modi Cabinet: आज शाम 7:15 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ करीब 35 मंत्री भी शपथ लेंगे, लेकिन महाराष्ट्र में NDA की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अभी भी मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए इंतजार कर रही है। इसकी वजह पार्टियों के बीच विवाद है। कौन बनेगा मंत्री? यह फैसला अजित पवार को करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narandra modi) के शपथ ग्रहण से पहले मंत्रिमंडल की स्थिति को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अंदर विवाद खड़ा हो गया है। अजित पवार की अगुआई वाली NCP के पास सिर्फ़ एक कैबिनेट पद है, लेकिन प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे दोनों ने इस पर दावा ठोका है। ऐसे में अजित पवार के सामने संकट खड़ा हो गया है कि इस विवाद को कैसे निपटाएं? यही वजह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की तो इसमें NCP की तरफ कोई मौजूद नहीं था। सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट से जीते हैं तो वहीं प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा के सदस्य हैं।
महाराष्ट्र से कौन-कौन मंत्री बन रहा है?
नितिन गडकरी, BJP
पीयूष गोयल,BJP
रक्षा खडसे,BJP
मुरलीधर मोहली, BJP
प्रताप राव जाधव, शिव सेना
रामदास अठावले, RP (A)
नतीजों के बाद, सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल NDA की उद्घाटन बैठक में हुए थे शामिल
सूत्रों के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग का मामला ही वह कारण है जिसके चलते भाजपा NCP नेता प्रफुल्ल पटेल को NDA सरकार में मंत्री बनाने के लिए उत्सुक नहीं है। लोकसभा में NCP के एकमात्र सांसद जो मंत्री पद के लिए पात्र हैं, वे हैं सुनील तटकरे, लेकिन दिल्ली में पार्टी प्रमुख ने उन्हें विचार करने से रोक दिया है। कथित तौर पर यह सब प्रफुल्ल पटेल द्वारा किया जा रहा है। अब खबर आ रही है कि इस पूरे मामले पर अजीत पवार को फैसला लेना होगा। लोकसभा चुनाव (Loksabha election) के नतीजों के बाद, सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल NDA की उद्घाटन बैठक में शामिल हुए थे। इसकी तस्वीरें भी सामने आई थी. प्रधानमंत्री मोदी और दोनों नेताओं ने बातचीत भी की। इसके बाद संसदीय दल की बैठक के लिए अजित पवार खुद सेंट्रल हॉल पहुंचे। सरकार में नेशनल कांग्रेस पार्टी (National congress party) को एक मंत्री पद दिया गया, लेकिन प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के बीच आंतरिक विवाद के कारण किसी और को मंत्री नहीं बनाया गया।
अजित पवार की अगुआई वाली NCP को भारी नुकसान
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अगर NCP के किसी भी सदस्य को NDA मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया तो अजित पवार की अगुआई वाली NCP को भारी नुकसान होगा। इससे लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहले से ही गिरे NCP कार्यकर्ताओं का मनोबल और भी गिर जाएगा। ऐसी अटकलें हैं कि महायुति के बेहतर प्रदर्शन के लिए एनसीपी का शामिल होना बहुत जरूरी है। NCP नेताओं ने इस मुद्दे पर देवेंद्र फडणवीस से भी चर्चा की है। अजित पवार की अगुआई वाली NCP ने राज्य में 4 सीटों के लिए चुनाव लड़ा था। उसे एक सीट मिली है।