Ambedkar Nagar News: ‘बाबा का बुलडोजर’ खूब गरज रहा है!
Ambedkar Nagar News: एक था अकबरनगर… जी हां मलबे और खंडहर में तब्दील हो चुके इस इलाके की ये तस्वीर कुछ दिन पहले तक ऐसी नहीं थी यहां सैकड़ों घर खड़े थे लेकिन अवैध निर्माण की नीव पर बने ये आशियाने अब उजड़ चुके हैं। यहां पर अभी तक का सबसे बड़े डिमोलिशन का काम पूरा हो गया है… उपर से हम तस्वीर अकबरनगर की दिखा रहे हैं, ये अकबरनगर फेज 2 है जहां पर डेमोलिशन का काम लगभग पूरा हो गया है और तमाम कर्मचारी यहां पर साफ सफाई का काम कर रहे हैं, फिलहाल सिर्फ एक मंदिर औऱ मस्जिद को छोड़ा गया है ताकि कोई विवाद ना हो।
अवैध निर्माण को खाली कराने के लिए एलडीए, नगर निगम और प्रशासन की साझा टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसके लिए 12 JCB लगाई गई और 15 पोकलैंड का भी इस्तेमाल किया गया। अकबरनगर फेज 2 में अतिक्रमण गिराने का काम लगभग पूरा हो चुका है औऱ अब जेसीबी और पोकलैंड का काफिला अकबरनगर फेज 1 की तरफ कूच कर चुका है जहां अवैध निर्माण को गिराने का शुरू भी हो चुका है ।
पूरी गलियां है, वीरान हो चुकी हैं लोग अपने घरों से खुद ही सामान निकालकर ले जा रहे हैं. एलडीए और प्रशासन की मदद से सामान ट्रांसफर किया जा रहा है, तमाम पुलिस औऱ पीएसी के जो जवान हैं वो भी गलियों में तैनात हैं, जगह-जगह पर सीसीटीवी लगाए गए हैं ताकि कोई उपद्रव की घटना ना हो। अकबरनगर फेज 1 से भी लगभग 90 फीसदी लोग पलायन कर चुके हैं और बाकी भी अपना सामान बटोर रहे हैं… हालांकि अपने उजड़ते आशियाने को देख उनके चेहरे पर मायूसी छाई हुई है और जुबान पर सवाल ही सवाल।
अकबरनगर में लगभग 1200 आवासीय घर थे और दुकान गोदाम समेत 110 व्यावसायिक निर्माण थे। एलडीए ने अकबरनगर फेस 2 में 400 मकान तोड़े। – फेस वन में बचे हुए 800 मकान पर कार्रवाई जारी है। हालांकि पीएम आवास योजना के तहत अकबरनगर के विस्थापितों को बसंत कुंज में शिफ्ट किया जा रहा है, जो अब इन लोगों का नया आशियाना होगा।
दरअसल लखनऊ का अकबरनगर इलाका कुकरैल रिवर फ्रंट के दायरे में आता है जहां लोगों ने अवैध रूप से फर्नीचर शोरूम, दुकान और घर बना दिए थे.. नोटिस के बावजूद लोगों ने घर खाली नहीं किये, सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया लेकिन सर्वोच्च अदालत ने भी झटका दे दिया जिसे बाद प्रशासन अब बुलडोजर की कार्रवाई कर रहा है।