नई दिल्ली: पश्चिमी बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की नजदीकी रहीं अभिनेत्री अर्पिता चटर्जी ईडी की रिमांड पूछताछ में बुरी तरह से टूट गयीं है। अर्पिता को जब मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तो वे कार में बैठी-बैठी फूट-फूटकर रो रही थीं।
अर्पिता को जबसे पता चला है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके डायमंड सिटी कॉम्प्लैक्स वाले घर पर खड़ी उनकी पांच कारों में से चार कारें गायब हैं, वह सदमे में आ गयी हैं। इसी सदमे के कारण वह अस्पताल में फर्श पर गिर भी पड़ी थीं और उनके मामूली चोट भी लग गयी थी।अर्पिता की पांच कारों में दो कारें जिनमें एक ऑडी व एक होण्डा सिटी हैं, उनके नाम हैं, जबकि मर्सडीज व गायब हुई एक अन्य लग्जरी कार बेशक उनके नाम नहीं थी, लेकिन उन पर मालिकाना हक अर्पिता का ही है। वे ही इन कारों का इस्तेमाल करती थीं।
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प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की टीम अर्पिता चटर्जी की गायब कारों को सीसीटीवी कमरों की मदद से पता लगाने की कोशिश कर रही है। ईडी के अधिकारियों को आशंका है कि इन कारों को जब्त किये जाने के डर अथवा इनमें भी नकदी रखी होने के कारण पकड़े जाने के डर से उन्हें गायब कर दिया गया है।
अर्पिता चटर्जी के दो प्लैट्सों से 50 करोड़ से अधिक नकदी, पांच करोड़ से अधिक की कीमत का सोना बरामद होने के बारे में भले ही उन्होने सारा पैसा व गहने अपने न होकर पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के बताये हैं, लेकिन इस मामले में अब उनका बचना भी आसान नहीं है। अर्पिता ने साफ कर दिया है कि ये रुपये मंत्री के लोग लेकर आते थे और वही उस कमरे में रखकर जाते थे। ईडी यह बिल्कुल मानने को तैयार नहीं है कि अर्पिता शिक्षक भर्ती में हुए भ्रष्टातार के मामले के अनभिज्ञ थीं।
उधर अर्पिता चटर्जी ने सारा खेल पार्थ चटर्जी बताकर पार्थ की मुश्किलें बढा दीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पार्थ से मुंह मोड़ लिया है। पार्थ से अब अवैध रुप से कमाई अकूत नकदी, राजनीति ताकत, सरकार का संरक्षण सब छीना जा चुका है, इसलिए उनका बचना नामुमकिन सा है, साथ ही अर्पिता की मुश्किलें भी आने वाले समय में कम होने की बजाय बढना तय है।