Arvind Kejriwal CBI: क्या शराब नीति का दोष केजरीवाल ने सिसोदिया पर मढ़ा?, जानिए -कोर्ट में CBI बनाम केजरीवाल की दलील
Arvind Kejriwal CBI: CBI ने राऊज एवेन्यु कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया कि केजरीवाल ने आबकारी नीति को लेकर सारी जिम्मेदारी मनीष सिसोदिया पर डाल दी है। CBI की ओर से पेश सरकारी वकील ने ये दलील केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी 5 दिनों की रिमांड मांगते हुए दी। हालांकि केजरीवाल ने ख़ुद कोर्ट में अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्होंने सिसोदिया पर कोई दोष नहीं मढ़ा है। कोर्ट ने भी केजरीवाल के बयान को देखने के बाद केजरीवाल से सहमति जताई। कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल ने ऐसा बयान नहीं दिया है जैसा सरकारी वकील दावा कर रहे है।
CBI की दलील
सुनवाई के दौरान स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूटर डीपी सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का इस मामले में सह आरोपियों और दस्तावेजों से आमना सामना कराना है। इसलिए रिमांड में लेकर पूछताछ ज़रूरी है।सरकारी वकील ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सवालों के सीधे सीधे जवाब नहीं दे रहे। वो इस तथ्य को झुठला रहे है कि विजय नायर उनके अधीन काम कर रहा था। केजरीवाल अपने बयान में कह रहे है कि वो आतिशी और सौरभ भारद्वाज के निर्देश पर काम कर रहा था। केजरीवाल ने ये कहते हुए पूरी जिम्मेदारी मनीष सिसोदिया पर डाल दी है कि उन्हें आबकारी नीति की कोई जानकारी नहीं थी।
केजरीवाल का कोर्ट में बयान
सुनवाई के दौरान अरविंद केजरीवाल ने भी ख़ुद कोर्ट में अपनी बात रखी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मीडिया में CBI द्वारा फर्जी खबर प्लांट की जा रही है कि मैने घोटाले के लिए सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराया है। केजरीवाल ने कहा कि ”सीबीआइ सूत्रों के हवाले से मीडिया में बयान चल रहा है कि मैंने सिसोदिया पर दोष मढ दिया है। मैंने ऐसा कोई CBI को बयान नहीं दिया है कि मनीष सिसोदिया दोषी है। मनीष सिसोदिया निर्दोष है। AAP निर्दोष है। मैं निर्दोष हूं। CBI का/सारा प्लान हमे मीडिया में बदनाम करने का है। इनके सारे आरोप झूठे है”
केजरीवाल ने कहा कि इनका आइडिया यह है कि कल हर अख़बार के फ्रंट पेज पर टॉप हैंड लाइन हो कि अरविंद केजरीवाल ने सारा ठीकरा मनीष सिसोदिया पर फोड़ दिया है।CBI की ओर से वकील डी पी सिंह ने दलील का विरोध किया। उन्होंने कहा कि सीबीआई में कोई सूत्र नहीं है। जो भी मैंने कहा है, वो मैंने यही कोर्ट में बोला है।मैंने वही बोला है, जो सही है।
जज ने भी केजरीवाल से सहमति जताई
सुनवाई के दौरान जज ने भी केजरीवाल के बयान से सहमति जताई। कोर्ट ने बयान देखने के बाद टिप्पणी की कि केजरीवाल का बयान वैसा नहीं है जैसा सरकारी वकील कह रहे हैं।जज ने कहा कि आपका बयान हमने पढ़ लिया है। आपने ऐसा कुछ नहीं कहा ,जैसा सरकारी वकील दावा कर रहे है।
केजरीवाल के 3 सुझाव
केजरीवाल ने इसके बाद कोर्ट को बताया कि उन्होंने सीबीआई को क्या बयान दिया था। केजरीवाल ने बताया कि मैंने सीबीआई को कहा था कि आबकारी नीति के तीन उद्देश्य है। हमे रेवेन्यू बढ़ाना था, दुकानो के सामने लंबी लाईनों को खत्म करना और दुकानो का इलाकेवार समान वितरण करना था। केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई ने मुझसे पूछा कि निजीकरण का आईडिया किसका था। मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा कि यह मेरा आईडिया नहीं था।जज अमिताभ रावत ने टिप्पणी की कि मीडिया कई बार पूरी बात रखें बग़ैर एक लाइन चला देता है। इस तरह से कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।