नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कद्दावर वरिष्ठ सपा नेता आजम खान करीब 27 माह बाद जेल से रिहा जरुर हो गये हैं, लेकिन उनकी परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वे निजी, व्यावसायिक और राजनीतिक झंझटों में इस कदर उलझें हैं कि तमाम कोशिशों के बावजूद परिस्थितियों पर उनके अनुकूल होने से वे भारी तनाव झेल रहे हैं। इसी कारण उनकी तबीयत बिगड गयी है और उन्हें दिल्ली के सर गंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आजम खान रामपुर (उप्र) से और उनके बेटे आजम अब्दुल्ला स्वार (रामपुर) से सपा से विधायक हैं। वे दसवीं बार विधायक बने हैं। लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव से उनके संबंध तल्ख होने से पार्टी में वरिष्ठतम होने के बावजूद उनको कोई महत्व नहीं दिया जा रहा। आजम खान के खिलाफ 89 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें ज्यादातर पिछले तीन सालों में के दौरान दर्ज कराये गये हैं, इस सभी में उन्हें अदालतों से जमानत लेनी पड़ी है।
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वे इस समय दर्जनों मुकदमों का ट्रायल फेस कर रहे हैं। उधर राज्य सरकार के निर्देश पर रामपुर जिला प्रशासन कई प्रकरणों में उनकी संपत्ति जब्त करने और वसूली की तैयारी में है। जिला प्रशासन की कार्रवाई और कानूनी लड़ाई का सामना करने के साथ ही आजम खान को उनकी बढती उम्र के कारण स्वास्थ्य समस्याएं भी उनकी परेशानी को बढा रहे हैं।